बलौदाबाजार : जिले के हसुवा गांव में तहसीलदार ने अतिक्रमण हटाया. इस दौरान अतिक्रमण करने वाले परिवार ने विरोध प्रदर्शन शुरु किया. जब तहसीलदार कार्रवाई के बाद जाने लगीं तो एक युवक उनकी गाड़ी के नीचे लेट गया. युवक बार बार न्याय की मांग करता रहा और तहसीलदार की कार्रवाई को एकपक्षीय बताया.
परिवार को मिला था नोटिस : इस मामले में शासन की ओर से रेशमलाल, टीकम साहू, राजेश कुमार को अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया था. इस नोटिस के बाद परिवार ने एसडीएम दफ्तर में अपील की थी. लेकिन इससे पहले की अपील का जवाब आता, तहसीलदार ने कार्रवाई कर दी.
एसडीएम के फोन को भी किया नजर अंदाज : जब तहसीलदार मौके पर कार्रवाई करने पहुंची तो एसडीएम के रीडर ने उन्हें फोन पर जानकारी दी कि परिवार ने अपील लगाई है इसलिए कार्रवाई अभी ना करें. जब तहसीलदार ने बात नहीं सुनी तो रीडर ने जानकारी एसडीएम को दी. एसडीएम ने भी तहसीलदार को फोन करना चाहा लेकिन उनका मोबाइल नहीं लगा. इस दौरान जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई.
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तहसीलदार पर आरोप : अब परिवार ने आरोप लगाए हैं कि तहसीलदार चित्ररेखा ने बिना किसी पूर्व सूचना के आनन फानन में कार्रवाई की है. जब टीकम का मकान तोड़कर तहसीलदार जाने लगीं तो पीड़ित टीकम का बेटा योगेश उनकी गाड़ी के सामने लेट गया. इसके बाद नोटिस में शामिल दूसरे लोगों पर कार्रवाई की मांग की. जब मीडिया ने कार्रवाई को लेकर तहसीलदार से सवाल किए तो उन्होंने कहा कि उन्हें ये ना बताया जाए की कार्रवाई कैसे करना है.