कसडोल थाने से कुछ दूर ही बिलारी गांव है. यहां रहने वाली महिला कई दिनों से बीमार चल रही थी. महिला का आरोप है कि इलाज के लिए हॉस्पिटल भेजने के बजाए, उसकी सास ने उसे साकरा गांव के पास रहने वाले किसी पाखंडी के पास भेज दिया. महिला ने बताया कि वहां उसके साथ इलाज के नाम पर कोड़े से मारपीट की जाती थी. साकरा गांव महासमुंद जिले में आता है.
मायके आने पर महिला ने अपनी आपबीती परिवारवालों को बताई, जिसके बाद उसके पिता ने कसडोल थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई है. कसडोल थाने में पीड़िता की रिपोर्ट तो लिखी गई लेकिन थाना प्रभारी ने पीड़िता को महासमुंद थाने में रिपोर्ट लिखाने की सलाह दी है.
थानों में उलझ न जाए मामला !
पीड़िता का ससुराल के साथ मायका भी कसडोल थाने में ही है. उसके साथ ये घटना महासमुंद जिले में हुई है. ऐसे में इंतजार इस बात का है कि पुलिस महिला के साथ कब तक इंसाफ करती है या फिर मामला थाने-थाने के बीच उलझ कर रह जाएगा.