बलौदाबाजार/भाटापारा: बजरंग दल पर बैन लगाने को लेकर जिला मुख्यालय बलौदाबाजार में विश्व हिंदू परिषद और बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है. बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी इस्तीफा मांगा है. उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बार बार बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया है.
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने खोला मोर्चा: विश्व हिंदू परिषद जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा ने कहा कि "वोटों का ध्रुवीकरण करने के लिए और एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा बजरंगदल जैसे राष्ट्रवादी संगठन को प्रतिबंधित करने की बात कही जा रही है. जो हिन्दू संगठनों और हिन्दुओं के प्रति कांग्रेस की मानसिकता को प्रदर्शित करता है. जहां भी कांग्रेस शासित सरकारें हैं, वहां धर्मांतरण, लव जिहाद और गौ तस्करी जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. छत्तीसगढ़ भी इससे अछूता नहीं है."
कांग्रेस को बताया हिंदू विरोधी: विश्व हिंदू परिषद का मानना है कि "प्रदेश की जनता में इन सभी बातों को लेकर सरकार के प्रति भारी नाराजगी है. जब विश्व हिन्दू परिषद और बजरंगदल के कार्यकर्त्ता इस मुद्दे पर आवाज उठाते हैं, तो प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल बजरंगियों को ही दोषी साबित कर कार्रवाई करने लगती है. बजरंगदल को गुंडा कहकर अपशब्दों का प्रयोग करती है. कांग्रेस हमेशा से ही हिन्दू विरोध का कार्य करती रही है, जो देश के लिए घातक है. इसलिये इसकी सत्ता से विदाई के साथ मान्यता भी समाप्त कर देनी चाहिए."
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कांग्रेस पर देश विरोधी ताकतों का साथ देने का आरोप: विश्व हिंदू परिषद और बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम पत्र लिखा है. इस पत्र में कांग्रेस पार्टी पर आतंकियों के समर्थन एवं देश विरोधी ताकतों का साथ देने का आरोप लगाया है. साथ ही कांग्रेस पार्टी की मान्यता रद्द करने की भी मांग रखी है. बजरंगदल जैसे संगठन को झूठा आरोप लगाकर बदनाम करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
बजरंग चौक से निकाली रैली: प्रदर्शन के दौरान बजरंग चौक स्थित महावीर मंदिर से हनुमान चालीसा पाठ एवं हनुमान जी की आरती के बाद रैली निकाली गई. जो सादर बाजार, सुभाष चौक, बस स्टैंड होते हुए गार्डन चौक में हनुमान चालीसा पाठ के बाद खत्म हुई.