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बलौदाबाजार में धीमी हुई वैक्सीनेशन की गति, बढ़ रही डेल्टा प्लस वेरिएंट की चिंता - Balodabazar District Administration

कोरोना की दूसरी लहर के लिए डेल्टा वेरिएंट (Delta Variants) जिम्मेदार था, लेकिन अब डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variants) ने खतरे की घंटी बजा दी है.व हीं इससे लड़ने के लिए जिला प्रशासन समय से पहले 100 प्रतिशत टीकाकरण के लिए युद्धस्तर पर तैयारी कर रही है.

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बलौदाबाजार में धीमी हुई वैक्सीनेशन की गति
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Published : Jun 24, 2021, 10:40 PM IST

बलौदाबाजारः कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने लोगों पर जमकर कहर बरपाया है.प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में कोरोना के मामले कम हुए हैं. जानलेवा कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट ने जिला प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है.

15 लाख आबादी वाले बलौदाबाजार जिलें में अभी महज ढाई लाख लोगों को ही कोरोना का टीका लग पाया है. जो निश्चित तौर पर कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने में बाधा पैदा कर सकता है. जिला प्रशासन समय से पहले 100 प्रतिशत टीकाकरण (100% vaccination) के लिए युद्धस्तर पर तैयारी कर रहा है. 20 हजार लोगों को हरदिन टीका लगाने का लक्ष्य भी रखा है. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जिलावासियों से टीका लगवाने की अपील भी की जा रही है.

20 हजार टीकाकरण का लक्ष्य

जानकारी के अनुसार देश के अलग-अलग जगहों में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट डेल्टा प्लस की पहचान की गई है. जिससे बचने के लिए 100 प्रतिशत टीकाकरण करना जरूरी हो गया है. CMHO डॉ. खेमराज सोनवानी ने बताया कि तीसरी लहर में डेल्टा प्लस वेरिएंट से बचना है तो सभी व्यक्तियों को अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराना होगा. टीकाकरण से ही लोगों की जान बच सकती है.अभी फिलहाल कोरोना से बचने और उसके प्रभाव को कम करने में कोरोना वैक्सीन का महत्वपूर्ण योगदान है. उन्होंने बताया की 23 जून को जिले में 4 हजार 561 व्यक्तियों का वैक्सीनेशन किया गया. जिसमें 3 हजार 889 व्यक्ति 18+ और 672 व्यक्ति 45+ वाले हैं, जो कि हर दिन20 हजार लक्ष्य से काफी कम है.

छत्तीसगढ़ से सटे राज्यों में मिले डेल्टा प्लस वेरिएंट के मरीज, CMHO मीरा बघेल ने कहा हम तीसरी लहर के लिए तैयार

डेल्टा प्लस वेरिएंट का फैलाव

भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने सूचना दी है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट वर्तमान में चिंताजनक वेरिएंट है. इस वेरिएंट में तेजी से फेफड़े की कोशिकाओं के रिसेप्टर से मजबूती के साथ चिपकने और मोनोक्लोनल एंटीबॉडी प्रतिक्रिया में संभावित कमी जैसी विशेषताएं हैं. जिससे फेफड़े में संक्रमण काफी तेजी से फैलता है.इससे मरीज की तत्काल जान भी जा सकती है.

टीका डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी-CMHO

CMHO डॉ खेमराज सोनवानी ने बताया कि भारत सरकार की स्वास्थ्य मंत्रालय ने दोनों टीके को डेल्टा वेरियंट के खिलाफ प्रभावी बताया है.इसलिए सभी को अनिवार्य रूप से वैक्सीनेशन कराना चाहिए.इसके साथ ही कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने भी जिलें वासियों से आग्रह किया कि कोरोना वैक्सीन अनिवार्य रूप से और जल्दी लगवाए. यह पूरी तरह से सुरक्षित है.

बलौदाबाजारः कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने लोगों पर जमकर कहर बरपाया है.प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में कोरोना के मामले कम हुए हैं. जानलेवा कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट ने जिला प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है.

15 लाख आबादी वाले बलौदाबाजार जिलें में अभी महज ढाई लाख लोगों को ही कोरोना का टीका लग पाया है. जो निश्चित तौर पर कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने में बाधा पैदा कर सकता है. जिला प्रशासन समय से पहले 100 प्रतिशत टीकाकरण (100% vaccination) के लिए युद्धस्तर पर तैयारी कर रहा है. 20 हजार लोगों को हरदिन टीका लगाने का लक्ष्य भी रखा है. कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जिलावासियों से टीका लगवाने की अपील भी की जा रही है.

20 हजार टीकाकरण का लक्ष्य

जानकारी के अनुसार देश के अलग-अलग जगहों में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट डेल्टा प्लस की पहचान की गई है. जिससे बचने के लिए 100 प्रतिशत टीकाकरण करना जरूरी हो गया है. CMHO डॉ. खेमराज सोनवानी ने बताया कि तीसरी लहर में डेल्टा प्लस वेरिएंट से बचना है तो सभी व्यक्तियों को अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराना होगा. टीकाकरण से ही लोगों की जान बच सकती है.अभी फिलहाल कोरोना से बचने और उसके प्रभाव को कम करने में कोरोना वैक्सीन का महत्वपूर्ण योगदान है. उन्होंने बताया की 23 जून को जिले में 4 हजार 561 व्यक्तियों का वैक्सीनेशन किया गया. जिसमें 3 हजार 889 व्यक्ति 18+ और 672 व्यक्ति 45+ वाले हैं, जो कि हर दिन20 हजार लक्ष्य से काफी कम है.

छत्तीसगढ़ से सटे राज्यों में मिले डेल्टा प्लस वेरिएंट के मरीज, CMHO मीरा बघेल ने कहा हम तीसरी लहर के लिए तैयार

डेल्टा प्लस वेरिएंट का फैलाव

भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने सूचना दी है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट वर्तमान में चिंताजनक वेरिएंट है. इस वेरिएंट में तेजी से फेफड़े की कोशिकाओं के रिसेप्टर से मजबूती के साथ चिपकने और मोनोक्लोनल एंटीबॉडी प्रतिक्रिया में संभावित कमी जैसी विशेषताएं हैं. जिससे फेफड़े में संक्रमण काफी तेजी से फैलता है.इससे मरीज की तत्काल जान भी जा सकती है.

टीका डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी-CMHO

CMHO डॉ खेमराज सोनवानी ने बताया कि भारत सरकार की स्वास्थ्य मंत्रालय ने दोनों टीके को डेल्टा वेरियंट के खिलाफ प्रभावी बताया है.इसलिए सभी को अनिवार्य रूप से वैक्सीनेशन कराना चाहिए.इसके साथ ही कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने भी जिलें वासियों से आग्रह किया कि कोरोना वैक्सीन अनिवार्य रूप से और जल्दी लगवाए. यह पूरी तरह से सुरक्षित है.

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