बलौदाबाजार: ट्रक ड्राइवर्स के प्रतिनिधि और गृह सचिव की बैठक सफल रही. सभी ट्रक ड्राइवर्स को जल्द काम पर लौटने की अपील की गई है. लेकिन दो दिन में ही हड़ताल का भारी असर देखने मिला. पेट्रोल पंप में गाड़ियों की भीड़ दिखी, सब्जी मंडी में सब्जियों की गाड़ी आनी बंद हो गई जिसका फायदा बिचौलिए ने उठाया. सब्जियां डेढ़ गुना तक महंगी हो गई.
ट्रक ड्राइवर्स की हड़ताल का असर: बलौदा बाजार के रिसदा चौक पर ड्राइवरों ने प्रदर्शन करते हुए हिट एंड रन कानून वापस लेने की मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया. ड्राइवर संघ की दो दिन की हड़ताल का असर सड़कों पर साफ दिखाई दिया. ट्रक और बस के साथ ही छोटे मालवाहक और सवारी वाहनों का परिचालन भी पूरी तरह से बंद हो गया. इसका असर होटल और ढाबा पर भी दिखाई दिया.
ट्रक ड्राइवरों ने कहा "कानून बनाते हैं तो ड्राइवर के लिए ड्यूटी का समय निर्धारित हो, बीमा योजना, लंबी दूरी की वाहनों के लिए सुरक्षा की व्यवस्था हो, कुशल मजदूर होने के बाद भी उन्हें अकुशल मजदूर का मेहनताना दिया जा रहा है इसलिए ड्राइवर का वेतन निर्धारित किया जाए."
हड़ताल पर सीएम ने ली हाईलेवल बैठक: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल को देखते हुए मंगलवार को बैठक की. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आईजी और सभी जिला कलेक्टर मीटिंग में जुड़े. सीएम ने सभी को जरूरी सेवाएं बाधित नहीं होने का निर्देश जारी किया. सीएम की बैठक के बाद बलौदाबाजर में जिला मुख्यालय में सीईओ नम्रता जैन ने ट्रांसपोर्टर संघ, पेट्रोल और गैस एजेंसी के मालिकों की बैठक ली. दूध, फल, सब्जी, पेट्रोल, डीजल जैसी आवश्यक सामग्री की गाड़ियों को नहीं रोकने के कड़े निर्देश दिए गए.