बलौदा बाजार: जिले में फर्जीवाड़ा के चक्कर में 3 रोजगार सहायकों ने सरकारी नौकरी से हाथ धो दिया. रोजगार गारंटी योजना में फर्जीवाड़ा करने के मामले में जिला पंचायत सीईओ ने शोकॉज नोटिस जारी किया था, लेकिन जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर निलंबित कर दिया.
फर्जीवाड़ा मे छीन ली सरकारी नौकरी
चंद पैसों के लालच ने इन तीनों रोजगार सहायकों को कहीं का नहीं छोड़ा. सरकार ने इन रोजगार सहायकों को गांव के लोगों की मदद के लिए, रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने इन्हें काबिल समझा था, लेकिन पैसों की लालच में रोजगार सहायक फर्जीवाड़ा के चक्कर में नप गए.
किसी ने लिए पैसे तो किसी ने भरा फर्जी मस्टर रोल
रोजगार सहायकों ने किसी से पैसे लिए तो किसी ने फर्जी मस्टर रोल भरकर चपत लगाया, जिसमें से रोजगार सहायक गंगादेवी ने मनरेगा के काम में जेसीबी मशीन का उपयोग किया. वहीं सुकृता दिनकर ने रोजगार गारंटी योजना के तहत गहरीकरण के कार्य के दौरान फर्जी मस्टर रोल भरकर हजारों आहरण कर लिया. इतना ही नहीं नया जॉब कार्ड बनाने के लिए 200 रुपए लेने की शिकायत. वहीं 14 जनवरी से 17 अप्रैल तक 51 लोगों के नाम पर फर्जी हाजिरी भरने का आरोप था. इसी के साथ गोढ़ी गांव रोजगार सहायक उत्तम कुमार पर नया तालाब के गहरीकरण के काम में गांव के बाहर के लोगों ने फर्जी मस्टररोल बनाना.
लापरवाही और फर्जीवाड़ा की शिकायत
बता दें कि जिले के तीन रोजगार सहायकों के खिलाफ लापरवाही और फर्जीवाड़ा की शिकायत मिली थी, जिसके बाद जिला पंचायत सीईओ एस जयवर्धन ने तीन सदसीय जांच टीम गठित किया, जांच में तीनों दोषी पाए गए, जिसके बाद सीईओ ने तीनों को शो कॉज नोटिस जारी किया, लेकिन जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर निलंबित कर दिया.