बलौदाबाजार : कसडोल विकासखंड के मड़कड़ा में मनरेगा के तहत स्वीकृत कार्यों में भारी गड़बड़ी की पुष्टि हुई है. जिला पंचायत गठित तीन सदस्यीय समिति ने शिकायत की जांच के बाद करीब पौने 7 लाख रुपए के घोटाले का खुलासा हुआ है.
गठित की गई 3 सदस्यीय जांच समिति
जिला पंचायत से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मड़कड़ा के ग्रामीणों ने मनरेगा के अंतर्गत स्वीकृत 52 लाख रुपए के अलग-अलग कामों में व्यापक भ्रष्टाचार और गड़बड़ी की शिकायत की थी. जिला पंचायत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई. इस समिति में आरईएस के ई.ई. एन्टोनी तिर्की, सहायक आंतरिक लेखा करारोपण अधिकारी सालिकराम वर्मा और तकनीकी समन्वयक नोकेश साहू शामिल थे.
6 लाख 76 हजार 134 रूपये की पाई गई गड़बड़ी
जांच दल ने मौका मुआयना और दस्तावेजों का गहन निरीक्षण किया. समिती की रिपोर्ट में 6 लाख 76 हजार 134 रुपए की गड़बड़ी की पुष्टि हुई है. इसमें उस क्षेत्र के सब इंजीनियर दुष्यंत आडिल, सरपंच रामगोपाल यादव, सचिव बुधराम साहू और रोजगार सहायक कलादेवी साहू पूर्ण रूप से जिम्मेदार पाए गए हैं.
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
वहीं जिला पंचायत सीईओ ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की है. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि, 'निर्माण काम में भ्रष्टाचार करने वाले दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा'.
अधिक मूल्यांकन करने का आरोप
जनपद पंचायत कसडोल के सब इंजीनियर दुष्यंत आडिल का निलंबन प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. उन पर काम का वास्तविक मूल्यांकन नहीं करके 6 लाख 76 हजार 134 रुपए अधिक मूल्यांकन करने का आरोप है.
सरपंच को हटाने प्रस्ताव भेजा
इसी तरह मड़कड़ा के सरपंच रामगोपाल यादव को पद से हटाने के लिए पंचायत राज अधिनियम की धारा-40 के तहत कार्रवाई के लिए कसडोल के एसडीओ राजस्व को प्रस्ताव भेजा गया है. वहीं सचिव बुधराम साहू के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई के लिए भी प्रस्ताव दिया गया है और रोजगार सहायक कलादेवी साहू को पद से बर्खास्त करने के लिए शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है.
पढ़ें- महुए के लड्डू से दूर होगा बच्चों में कुपोषण !
52 लाख के विभिन्न कामों की मंजूरी
ग्राम पंचायत मड़कड़ा में मनरेगा के अंतर्गत दो वर्षों में लगभग 52 लाख की मंजूरी विभिन्न कामों के लिए दी गई थी. इनमें ढोडिया नाला और बरनाला चेक डैम निर्माण, गायत्री चैक से महानदी तक टार नाली निर्माण, बर पेड़ से चितावर नाला तक टार नाली निर्माण, कुधरी नाला में चेक डैम निर्माण, सिवाना से झोरझोरा नाला तक टार नाली निर्माण, नेहरू तालाब गहरीकरण और पचरी निर्माण, सामुदायिक डबरी निर्माण बरनाला, मिनी स्टेडियम निर्माण और कुदरीनाला के डबरी निर्माण का कार्य शामिल हैं.