बलौदाबाजार: जिले के भाटापारा कृषि उपज मंडी में मजदूरों और किसानों ने नारेबाजी और प्रदर्शन शुरू कर दिया. सोमवार से धूप और गर्मी में किसान अपनी उपज बेचने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन 5 दिन बीत जाने के बाद भी उनकी उपज नहीं बिक पाई. जिससे किसान बौखलाए हुए हैं. वहीं मजदूरों के प्रदर्शन करने की वजह ये है कि लॉकडाउन के दौरान आढ़तियों ने आधे-पौने दामों में किसानों से उपज खरीदकर सीधे मिलर्स को बेच दी, जो कि बनाए गए नियम के खिलाफ है. जिससे मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिल पाई. इस बात से नाराज मजदूरों ने मंडी सचिव से मांग की है कि उनके नुकसान की भरपाई की जाए, साथ ही ये सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी आढ़ती मंडी के माध्यम से ही उपज बेचें. अगर कोई सीधा मिलरों को उपज बेच रहा है, तो उनका लाइसेंस निरस्त किया जाए.
उपज खरीदी नहीं होने से किसान परेशान
भाटापारा कृषि उपज मंडी को सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक खोला जा रहा है. जिससे किसान अपनी उपज नहीं बेच पा रहे हैं. मंडी खुलने की अनुमति के बाद किसान पिछले सोमवार से उपज बेचने के लिए काफी परेशान हैं, लेकिन खरीदी रुकी हुई है. किसान इतनी तेज गर्मी में भूखे-प्यासे अपनी गाड़ियों में ही रह रहे हैं. वे गाड़ियों में ही सोने और खाने-पीने की व्यवस्था करने के लिए विवश हैं. वहीं मंडी में उपज खरीदी न होने से सड़कों पर लगभग 4 किलोमीटर तक जाम लग गया है. जिससे यातायात भी बाधित हो गया.
भाटापारा मंडी में बाहरी मजदूरों से काम करवाने पर स्थानीय मजदूरों ने किया हंगामा
मजदूर और किसान कर रहे प्रदर्शन
कृषि उपज मंडी सोमवार को खुली, जिसमें मंगलवार और गुरुवार को शासन के आदेशानुसार लाॅकडाउन के नाम पर इसे बंद कर दिया गया था. इसी बीच बुद्ध पूर्णिमा की भी छुट्टी रही. तीन दिन की छुट्टी के बाद आज फिर से मंडी को चालू किया गया था. लेकिन कृषि उपज मंडी में मजदूरों ने कामबंद कर हड़ताल कर दिया. जिसके कारण मंडी में खरीदी बंद हो गई. जिसके बाद किसान अपनी उपज नहीं बेचने से बौखलाए हुए हैं और मजदूरों के साथ किसानों ने भी नारेबाजी और प्रदर्शन शुरू कर दिया है. इन अव्यवस्थाओं के बीच किसानों की उपज खरीदी नहीं हो पा रही. जिसके बाद भी जिम्मेदार नींद से जागते नजर नहीं आ रहे हैं.