बलौदाबाजार : देश में लगातार पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. जिसका असर सीधे आम जनता की जेब पर पड़ा है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों इस बढ़ती महंगाई के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं. पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते दामों ने लोगों के घर का बजट पूरी तरह से बिगाड़ दिया है. हालात ऐसे हैं कि लोग अब घर से गाड़ी निकालने से पहले सोचने को मजबूर हैं. फेरी करने वाले व्यापारियों ने अब बाइक छोड़कर साइकिल का सहारा लेना शुरू कर दिया है. कुछ ऐसा ही हाल ट्रांसपोर्ट कंपनी वालों का भी है. डीजल के दाम बढ़ने से अब यात्री किराया भी बढ़ गया है.
SPECIAL: महंगाई में अवैध वसूली की मार, ट्रांसपोर्टेशन और डिलीवरी चार्ज ने तोड़ी कमर
महंगाई के इस दौर में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों का बढ़ना आम लोगों पर महंगाई का बोझ डाल दिया है. आज कहीं भी आने-जाने के लिए गाड़ियों की जरूरत पड़ती है, लेकिन कीमते बढ़ने से लोग अब घरों से निकलने के लिए भी डर रहे हैं. पेट्रोल पंप में भी कीमते बढ़ने के कारण सन्नाटा पसरा दिखाई दे रहा है. लोगों को अब पेट्रोल- डीजल के दाम कम होने का इंतजार है.
केंद्र सरकार की नीति जनता के खिलाफ
बलौदाबाजार कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर ने पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों पर निराशा जताई है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीति पूरी तरह से गलत है. 2013 की तुलना में कच्चे तेल की कीमत आधी हो गयी है, लेकिन पेट्रोल की कीमतें दोगुनी हो चुकी है. यह पूरी तरह से आम जनता और गरीब लोगों के लिए बहुत ही गलत है. सरकार को इसके बारे में सोचना चाहिए जिससे देश के जनता को राहत मिल और अपने जीवनयापन के लिए पैसे बचे.
सभी को भुगतना पड़ रहा खामियाजा
ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालकों की मानें तो डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने से आम जनता को भारी कीमत चुकानी पड़ रही है. सभी जगहों के किराए बढ़ा दिए गए हैं. कहीं ना कहीं ग्राहकों से लेकर ट्रांसपोर्टर को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा की सरकार को किसी भी तरीके से इसका हल निकालना चाहिए, जिससे आम जनता पर पड़ रहे भार को कम किया जा सके.