बलौदाबाजार: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण, मजदूरों की दर्दभरी तस्वीरों के बीच कुछ खबरें चेहरे पर मुस्कान बिखेर रही हैं. जिले के पलारी विकासखंड में मंगलवार को कोविड अस्पताल में महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है. बच्चे के जन्म के बाद हॉस्पिटल और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी खुश नजर आए. जिला के कोविड हॉस्पिटल में जन्मी ये पहली बच्ची है.
महाराष्ट्र नागपुर में काम करता है पूरा परिवार
परिवार के साथ 12 मई को महाराष्ट्र से लौटी है. महिला ने बताया कि पूरा परिवार हाल के दिनों में ही 12 मई को नागपुर महाराष्ट्र से लौटी है. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन दौरान ने उन्हें बहुत से समस्याओं का सामना करना पड़ा है, जिसकी वजह से वे अपने गांव लौट पड़े. महिला ने बताया कि उसका परिवार वहां पाइप लाइन और नल फिट करने का काम करता था. प्रसूता ने बताया कि वे सभी नागपुर से राजनादगांव होते हुए रायपुर तक ट्रक से आए थे. जिसके बाद रायपुर से अपने गांव एक ऑटो से पहुंचे थे. जिला के बॉर्डर पर स्थित खरतोरा नाका में उन सभी का परीक्षण किया गया था. उसके बाद गांव के ही प्राथमिक स्कूल में 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था. ग्राम पंचायत के माध्यम से सूखा राशन भी दिया गया है.
डॉक्टर्स और नर्स ने की डिलेवरी
बताया जा रहा है कि महिला को सोमवार की रात में प्रसव पीड़ा हुई, उसके बाद तत्काल 108 पर कॉल कर एम्बुलेंस बुलाई गई. जिसके दस मिनट बाद गर्भवती महिला को कोविड हॉस्पिटल में भर्ती किया गया. डॉक्टर और नर्स की मदद से महिला का प्रसव कराया गया.
मां और बच्चा स्वस्थ
जिला हॉस्पिटल के सिविल सर्जन डॉक्टर अभय सिंह परिहार ने बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं. बच्चे का वजन भी करीब 2 किलो 8 सौ ग्राम है. डॉ अभय ने बताया कि यह MCH हॉस्पिटल जिसे वर्तमान में जिला कोविड हॉस्पिटल के रूप में परिवर्तन किया गया. यहां पर बच्ची का जन्म होना हॉस्पिटल के मूल उद्देश्यों को पूरा होना जैसा है. मां और उनके बच्ची को सभी जरूरी टीके भी लगा दिए गए हैं. बच्चे और उनके मां का देखभाल स्वयं जिला हॉस्पिटल प्रबंधक डॉ स्वाति यदु कर रही हैं.
'प्रसाशन भरसक करेगा मदद'
जिला कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने खुशी व्यक्त करते हुए जिला हॉस्पिटल और स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम के साथ महिला को भी बधाई दी है. उन्होंने कहा कि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ्य रहें, इसका भी ध्यान रखा जाएगा. साथ ही महिला को शासन की योजना का अधिक से अधिक लाभ मिले इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है.