बलौदाबाजार: कोरोना काल के बीच बिलाईगढ़ ब्लॉक के लोग महंगाई की मार से परेशान हैं. कोविड-19 की महामारी के बीच जहां रोजमर्रा की जिंदगी में लोगों को रोजगार उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर हरी सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही है. टमाटर 60 रुपए किलों में बिक रहा है, तो वहीं कुंदरू, परवल और लौकी सहित बैंगन जैसे सब्जियों की रेट 40 रुपए से लेकर 80 रुपए किलो में बिक रही है.
महिलाओं की मानें तो रसोई से अब हरी सब्जियां गायब हो गई है. मार्केट में कुछ दिन पहले एक थैले सब्जी ले जाने में 200-300 रुपए तक खर्ज करते थे, लेकिन अब कोरोना काल में बढ़ते मंहगाई के कारण 500 रुपए खर्च हो रहे हैं. हालांकि सब्जी विक्रेता महंगाई की वजह अचानक हुई भारी बारिश को बता रहे हैं.
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किसानों की फसल बर्बाद होने के कारण मंहगी हुई सब्जियां
सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि अचानक आई बारिश ने नदी किनारे लगाए गए फसलों को बर्बाद कर दिया है. ऐसे में किसान भी परेशान नजर आ रहे हैं. बाढ़ से बची फसल अब कोचियों के हाथ लग गई है, जिसका कोचिए जमकर फायदा उठा रहे हैं. सब्जी मंडी में कोचिया जहां 25 हजार में एक गाड़ी भरते थे, उसे वह अब 70- 80 हजार रुपए में भर रहे हैं. इस तरह मार्केट में सब्जी की कीमतें बढ़ गई है.
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कोरोना के बाद मंहगाई डायन की मार
बहरहाल, सब्जी की बढ़ती कीमतों ने आम लोगों को बेहाल कर दिया है. वहीं संकट काल में कोचियों की बल्ले-बल्ले है. मनमानी ढंग से सब्जियों की रेट बढ़ा रहे हैं. ऐसे में आम लोगों के लिए अब कोरोना के बाद मंहगाई डायन की मार पड़ी है.