बलौदाबाजार: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कसडोल के पिसीद में लोगों को आवास मुहैया कराने के लिए सर्वे का काम तो किया गया लेकिन लंबा वक्त बीत जाने के बावजूद ज्यादातर हितग्राहियों को आवास मुहैया नहीं कराए गए हैं.
ग्रामीणों को नहीं मिली प्रोत्साहन राशि
जिन ग्रामीणों को आवास नहीं मिले हैं, उन्होंने बताया कि 'आवेदन किया गया है, अधिकारी आकर सर्वे भी कर चुके हैं, उनके फोटों को भी लिए जा चुके हैं, लेकिन अभी तक आवास निर्माण के लिए किसी भी प्रकार को रकम नहीं मिली है.
गांव में बनने थे चार सौ आवास
गांव में करीब 400 लोगों के आवास निर्माण होना था, लेकिन अभी तक सिर्फ 30 से 40 फीसदी काम ही हो पाया है. ग्रामीणों ने बताया कि जो वास्तव में जरूरतमंद है उनके आवास का निर्माण नहीं हो रहा है और जो संपन्न हैं उनके आवास बनाए जा रहे हैं.
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
ग्रामीणों का कहना है कि, 'उन्होंने ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक, सचिव और सरपंच को शिकायत की जाती है तो वो कहते हैं कि पैसा भी आ जाएगा और आवास का निर्माण भी हो जाएगा. गांव में ऐसे भी परिवार हैं, जो एक कमरे के घर में ही अपना जीवन यापन कर रहे हैं. आवास योजना का लाभ नहीं मिलने से ग्रामीणों में नाराजगी है'.
टूटी छत के नीचे रहने को हैं मजबूर
गांव में रहने वाली भूरी बाई ने बताया कि 'हमारे पास न ही जमीन है और ना ही किसी प्रकार की कोई खेती-बाड़ी, इसलिए हम कमाने खाने के लिए बाहर जाने पर मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि 'घर की छत टूटा हुई है.
किराए के घर में काट रहे जिंदगी
ज्यादा समय बाहर रहने के कारण घर का निर्माण भी नहीं हो पाता, इसलिए हम किराए के घर में ही जीवन यापन कर रहे हैं. आवास योजना के लिए फोटो खींचकर संरक्षण भी किया गया, लेकिन अभी तक किसी प्रकार से इसका फायदा हमें नहीं मिल पाया है.