बलौदाबाजार: जिले में गुरुवार रात से हो रही बारिश ने चिंता की लकीरें खींच दी हैं. बारिश की वजह से खरीदी केंद्रों में रखा धान भीग गया है. सरकार ने 31 जनवरी तक धान खरीदी की मियाद तय कर रखी है. भीगा धान सरकार के दावों की पोल खोलता नजर आ रहा है.
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धान केंद्रों के प्रबंधक ने कहा कि परिवहन न होने की वजह से ये स्थिति बनी है. जिले के हटौद धान खरीदी केंद्र का सबसे बुरा हाल है. बारिश के दौरान पूरा धान खुले में पड़ा दिखा. सिर्फ कुछ ही फड़ में धान को सुरक्षित ढका गया है.
जांजगीर में भी बारिश
जांजगीर-चांपा जिले में लगातार हो रही रुक-रुक कर बारिश से धान खरीदी केंद्रों में खुले आसमान के नीचे रखे बड़े पैमाने पर धान नुकसान हुआ है. ढकने के लिए समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण बारिश से धान के बोरे पूरी तरीके से भीग गए. अभी भी रुक-रुक कर बारिश हो रही है। बारिश और अधिक होने से धान की बर्बादी की आशंका बनी हुई है. हालांकि धान खरीदी केंद्र का दौरा करने पर प्लास्टिक से धान के बोरे ढकने की कोशिश में लगे मजदूर दिखाई दिए. धान खरीदी केंद्र प्रभारी ने कहा कि इस बारिश से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. प्लास्टिक से धान के बोरे ढकने की कोशिश की जा रही है.
सूरजपुर में भी बारिश से डर
सूरजपुर में भी धान खरीदी केंद्रों का यही हाल है. खुले में धान पड़ा हुआ है. मौसम के बदलाव के कारण बारिश होने से खरीदी केंद्रों का पूरा धान खराब हो सकता है. ग्राम पंचायत के सरपंच ने भी बताया कि धान खरीदी तो ठीक चल रही है, लेकिन बारिश की आशंका बनी हुई है. ऐसे में अगर समय पर उठाव नहीं हुआ तो पूरा धान बर्बाद हो सकता है.प्रशासन भी धीमी गति से काम कर रहा है. दरअसल खरीदी केंद्रों से धान का उठाव ना के बराबर है, जिससे केंद्रों में धान जाम हो गया है.