बलौदाबाजार: एक बार फिर ETV भारत की खबर का असर हुआ है. बिलाईगढ़ ब्लॉक धोबनीडीह गांव के एक मजदूर दंपति को झारखंड के लोहरदगा जिला के सरनाटोली में ईंट भट्ठा पर बंधक बनाने की खबर सामने आई थी. जिसकी खबर को ETV भारत ने प्रमुखता से चलाई थी. जिसके बाद शासन-प्रशासन ने मामले में संज्ञान लेते हुए दंपति को छुड़ाने में सफलता हासिल की है.
दरअसल, धोबनीडीह गांव के बाबूलाल और उसकी पत्नी राधाबाई नाम के मजदूर दंपत्ति 7 महीने पहले एक दलाल के बहकावे में आकर काम करने के लिए झारखंड सरनाटोली गांव के एक ईंट भट्ठा पर चले गए थे. जहां ईंट भट्ठा मालिक के पास से दलाल छत्तीसगढ़ से और मजदूर लाने के एवज में लाखों रुपये एडवांस ले फरार हो गया. जिसके बाद दंपति को ईंट भट्ठा मालिक ने बंधक बना लिया था. दंपति ने बताया कि भठ्ठे के मालिक ने उनके कमाया हुए 20 हजार रुपये भी नहीं दिया है.
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मजदूर दंपति हुए मुक्त
मजदूर दंपति के परिजन ने मामले की शिकायत जिला प्रशासन से की, जिसके बाद जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए झारखंड प्रशासन से दंपति को ईंट भट्ठा से मुक्त कराने और छत्तीसगढ़ तक पहुंचने के लिए लिखित निवेदन किया. जिसपर झारखंड प्रशासन ने तत्काल ईंट भट्ठा मालिक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बंधक मजदूर दंपति को रिहा कराया. जिसके बाद उन्हें प्रशासनिक वाहन से रात में ही बलौदाबाजार जिला प्रशासन और श्रम विभाग को लेकर सौंप दिया.
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14 दिन के क्वॉरेंटाइन में रहेंगे दोनों
दूसरी तरफ बलौदा बाजार प्रशासन की टीम ने दंपति को धोबनीडीह गांव पहुंचाया और सरपंच की मौजूदगी में परिजनों के सुपुर्द कर दिया. फिलहाल कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने मजदूर दंपति को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन के लिए रखा है.