बलौदाबाजार: जिले में कोरोना तेजी से अपने पैर पसार रहा है. हर दिन 600 से ज्यादा नए कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं. जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना मामलों के बीच वैक्सीनेशन का काम भी तेज रफ्तार से चल रहा है. लेकिन वैक्सीनेशन की संख्या बढ़ाने के चक्कर में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. वैक्सीनेशन सेंटरों में अव्यवस्था के साथ काम किया जा रहा है. सेंटरों में ना ही सैनिटाइजर है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है. जिससे जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही साफ नजर आ रही है. प्रशासन इस मामले को नजर अंदाज कर रही है.
जिला मुख्यालय स्थित वैक्सीनेशन सेंटर का बुरा हाल
जिले में सभी वैक्सीनेशन सेंटर का हाल बेहाल है. सेंटरों में ना ही बैठने की व्यवस्था है, ना पीने के पानी की व्यवस्था है. यहां सैनिटाइजर की कमी के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. वैक्सीनेशन की संख्या बढ़ाने के लिए लोगों को पिकअप और ट्रैक्टरों में भर-भर कर लाया जा रहा है. ऐसे में कोरोना संक्रमण से बचाव नहीं बल्कि संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है.
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नोडल अधिकारी ने आम जनता पर फोड़ा ठीकरा
कोविड नोडल अधिकारी से बात करने पर उन्होंने वैक्सीनेशन सेंटर में अव्यवस्था की बात स्वीकार की. लेकिन इसके लिए वे स्वास्थ्य अमले को छोड़ आम जनता पर ही ठीकरा फोड़ते नजर आए. अधिकारी ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए लॉकडाउन का कोई उपाय नहीं है. बल्कि वैक्सीनेशन करना जरूरी है. जिले में वैक्सीनेशन को बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को बुलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे पास स्टाफ की भी कमी है. लोगों को समझना चाहिए कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. पिछले एक साल से कोरोना फैला हुआ है. लोगों को अब तक समझ आ जाना चाहिए कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है.
वैक्सीनेशन देरी से शुरू होने की शिकायत
ईटीवी भारत जब वैक्सीनेशन सेंटरों का जायजा लेने पहुंचा तो जिम्मेदार तुरंत वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचकर सब चीजें व्यस्थित करते दिखाई दिए. वैक्सीनेशन के लिए आये लोगों ने बताया कि यहां किसी भी चीज की व्यवस्था नहीं है. लोगों ने ये भी कहा कि हम सुबह 9 बजे से आए हैं और यहां 12 बजे से वैक्सीनेशन शुरू किया गया है. कर्मचारी भी अच्छा व्यवहार नहीं कर रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कराया जा रहा है. कोई भी जिम्मेदार अधिकारी यहां नहीं आ रहे हैं.