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महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने राखी बेचकर की 75 हजार रुपये की आमदनी

राखी के पर्व पर कोनारी में स्थित जय मां अम्बे महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा 7 हजार राखियों का निर्माण हाथों से किया गया था. जिससे बेचकर समूह की महिलाओं ने 75 हजार रुपये की कमाये हैं.

rakhi
राखी बेचकर आमदनी
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Published : Aug 2, 2020, 2:03 PM IST

Updated : Aug 2, 2020, 5:56 PM IST

बलौदाबाजार: जिला पंचायत के निर्देश पर बिहान समूह से जुड़ी महिलाएं स्व-सहायता समूह से जुड़कर घर पर ही रंग-बिरंगी राखियों का निर्माण कर रही हैं. पलारी विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम कोनारी में स्थित जय मां अम्बे महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा अब तक 7 हजार राखियों का निर्माण हाथों से किया गया हैं. जिसमें से कल तक 5 हजार राखियां बिक गई हैं, जिसका बाजार मूल्य करीब 75 हजार रुपये है.

mahila swa sahayata samuh earn of 75 thousand rupees by selling rakhi in balodabajar
राखी बेचकर आमदनी

समूह की अध्यक्ष छवि बाई धुव्र ने बताया कि, 'हमारे समूह में कुल 12 लोग हैं. सभी लोग मिलकर जुलाई महीने के शुरुआत से ही राखियां बनाने का काम कर रहे हैं. अब तक हमने कुल 7 हजार राखियां बनाई हैं. हम लोग इसे बेचने के लिए गांव में ही समूह के द्वारा दुकान भी खोला है. साथ ही कुछ सदस्यों द्वारा घर-घर जाकर भी विक्रय किया गया है. गांव के लोगों द्वारा भी बड़ी संख्या में इन राखियों को पसंद किया जा रहा है. इन राखियों के विक्रय से कोरोना संकट के समय में हम महिलाओं के लिए अतिरिक्त आय का जरिया बन गया है'.

पढ़ें : SPECIAL: फीकी पड़ी त्योहारों में मिठाई की मिठास

70 हजार रुपये राशि प्राप्त
उन्होंने बताया कि, 'समूह द्वारा राखियों के अलावा मसाले, पापड़, आचार, सेनेटरी नैपकिन, वाशिंग पाउडर, साबुन, अगरबत्ती, गोबर के दिये, गोबर की अगरबत्ती भी बनाई जा रही है. इन सभी सामग्रियों के विक्रय से लगभग प्रति माह 70 हजार रुपये राशि प्राप्त हो रही है. इसमें से लागत मूल्यों को हटाकर मुनाफे को सभी महिला सदस्यों में बराबर बांट दिया जाता है'.

कलेक्टर ने की तारीफ
बता दें, बीते दिनों ग्राम टीला में गोधन न्याय योजना के शुभारंभ के दौरान राखियों के प्रदर्शनी के दौरान जिले के प्रभारी मंत्री टीएस सिंहदेव एवं कलेक्टर सुनील जैन ने राखियों को देखकर काफी तारीफ की थी. साथ ही प्रभारी मंत्री द्वारा 5 सौ रुपये की राखी भी खरीदी गई थी.

बलौदाबाजार: जिला पंचायत के निर्देश पर बिहान समूह से जुड़ी महिलाएं स्व-सहायता समूह से जुड़कर घर पर ही रंग-बिरंगी राखियों का निर्माण कर रही हैं. पलारी विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम कोनारी में स्थित जय मां अम्बे महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा अब तक 7 हजार राखियों का निर्माण हाथों से किया गया हैं. जिसमें से कल तक 5 हजार राखियां बिक गई हैं, जिसका बाजार मूल्य करीब 75 हजार रुपये है.

mahila swa sahayata samuh earn of 75 thousand rupees by selling rakhi in balodabajar
राखी बेचकर आमदनी

समूह की अध्यक्ष छवि बाई धुव्र ने बताया कि, 'हमारे समूह में कुल 12 लोग हैं. सभी लोग मिलकर जुलाई महीने के शुरुआत से ही राखियां बनाने का काम कर रहे हैं. अब तक हमने कुल 7 हजार राखियां बनाई हैं. हम लोग इसे बेचने के लिए गांव में ही समूह के द्वारा दुकान भी खोला है. साथ ही कुछ सदस्यों द्वारा घर-घर जाकर भी विक्रय किया गया है. गांव के लोगों द्वारा भी बड़ी संख्या में इन राखियों को पसंद किया जा रहा है. इन राखियों के विक्रय से कोरोना संकट के समय में हम महिलाओं के लिए अतिरिक्त आय का जरिया बन गया है'.

पढ़ें : SPECIAL: फीकी पड़ी त्योहारों में मिठाई की मिठास

70 हजार रुपये राशि प्राप्त
उन्होंने बताया कि, 'समूह द्वारा राखियों के अलावा मसाले, पापड़, आचार, सेनेटरी नैपकिन, वाशिंग पाउडर, साबुन, अगरबत्ती, गोबर के दिये, गोबर की अगरबत्ती भी बनाई जा रही है. इन सभी सामग्रियों के विक्रय से लगभग प्रति माह 70 हजार रुपये राशि प्राप्त हो रही है. इसमें से लागत मूल्यों को हटाकर मुनाफे को सभी महिला सदस्यों में बराबर बांट दिया जाता है'.

कलेक्टर ने की तारीफ
बता दें, बीते दिनों ग्राम टीला में गोधन न्याय योजना के शुभारंभ के दौरान राखियों के प्रदर्शनी के दौरान जिले के प्रभारी मंत्री टीएस सिंहदेव एवं कलेक्टर सुनील जैन ने राखियों को देखकर काफी तारीफ की थी. साथ ही प्रभारी मंत्री द्वारा 5 सौ रुपये की राखी भी खरीदी गई थी.

Last Updated : Aug 2, 2020, 5:56 PM IST
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