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रबी फसल में सिंचाई के लिए किसानों को मिलेगा पानी: प्रभारी सचिव - state news

जल संसाधन विभाग के प्रभारी सचिव ने जिले में सिंचाई के लिए जलाशयों से पानी किसानों को मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं.

Instructions to provide water to farmers
रबी फसल में सिंचाई के लिए किसानों को मिलेगा पानी
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Published : Dec 26, 2019, 7:43 PM IST

बलौदाबाजार: जल संसाधन विभाग के सचिव और जिले के प्रभारी सचिव अविनाश चम्पावत ने रबी फसल की सिंचाई के लिए जलाशयों से किसानों के लिए पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.

प्रभारी सचिव ने बैठक में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की जानकारी ली. जिला कलेक्टर ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की ओर से 2 हजार 359 महिलाओं की एनीमिक महिला के तौर पर पहचान की है. इसके तहत उनके लिए सुपोषित भोजन की व्यवस्था डीएमएफ मद से की गई है. आगामी एक जनवरी से इसका फायदा मिलने लगेगा.

रबी फसल में सिंचाई के लिए किसानों को मिलेगा पानी

नरवा के किनारे और छोटे किसानों का होना चाहिए चयन
प्रभारी सचिव ने सौर सुजला योजना का फोकस नरवा और बाड़ियों पर करने के निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि ' टार्गेट के तहत 300 नरवा के किनारे रहने वाले और छोटे किसानों का चयन किया जाना चाहिए. वहीं अविनाश चम्पावत ने कहा कि 'जिले में भू-जल का ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है. सिंचाई विभाग के अधिकारी जांच करें कि बड़े उद्योग कहीं बिना अनुमति के भू-जल का उपयोग तो नहीं कर रहे है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिले की उसना राईस मिल और पोहा मिलों में भी जल की उपलब्धता की जांच की जाए'.

माइनर नहरों का सीमेंटीकरण किया जाना चाहिए
प्रभारी सचिव ने कहा कि 'गर्मी में गंगरेल बांध का पानी निस्तारी के लिए तालाबों में भरा जाता है. इससे भारी मात्रा में पानी की बर्बादी होती है. इसलिए माइनर नहरों का सीमेंटीकरण किया जाना चाहिए. अविनाश चम्पावत ने सिंचाई विभाग को इसके लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए हैं'.

85 प्रतिशत किसान छोटे और सीमांत समूह के हैं
प्रभारी सचिव ने धान खरीदी में छोटे किसानों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि 'जिले में लगभग 85 प्रतिशत किसान छोटे और सीमांत समूह के हैं. इसलिए उन्हें लाभ पहले मिलना चाहिए. कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं की जिले में प्रगति की जानकारी दी. उन्होंने नकद संगवारी की जानकारी देते हुए बताया कि 'ये एक तरह से चलते-फिरते एटीएम की तरह है. नकद संगवारी विशेषकर पेंशनर्स को उनके घर तक पहुंचकर राशि का भुगतान करते हैं'.

जलाशयों से पानी किसानों को देने के निर्देश
अविनाश चम्पावत का कहना है कि 'किसानों को रबी में दलहन-तिलहन फसलों के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. अविनाश चम्पावत गुरुवार को प्रभारी सचिव बनने के बाद जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की प्रथम बैठक ली, जिसमें रबी फसल की सिंचाई के लिए जलाशयों से पानी किसानों को देने के निर्देश दिए हैं'.

मजदूर को बाहर जाने की नहीं आनी चाहिए नौबत
वहीं प्रभारी सचिव ने जिले के सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा के अंतर्गत पूर्व से ही पर्याप्त संख्या में काम स्वीकृत करने को कहा है. अविनाश चंपावत ने कहा कि 'काम के अभाव की वजह से एक भी मजदूर को जिले से बाहर जाने की नौबत नहीं आनी चाहिए'.

वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे
बैठक में कलेक्टर कार्तिकेया गोयल, एसपी नीथू कमल, जिला पंचायत के सीईओ आशुतोष पाण्डेय, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र नायक सहित जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

बलौदाबाजार: जल संसाधन विभाग के सचिव और जिले के प्रभारी सचिव अविनाश चम्पावत ने रबी फसल की सिंचाई के लिए जलाशयों से किसानों के लिए पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.

प्रभारी सचिव ने बैठक में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की जानकारी ली. जिला कलेक्टर ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की ओर से 2 हजार 359 महिलाओं की एनीमिक महिला के तौर पर पहचान की है. इसके तहत उनके लिए सुपोषित भोजन की व्यवस्था डीएमएफ मद से की गई है. आगामी एक जनवरी से इसका फायदा मिलने लगेगा.

रबी फसल में सिंचाई के लिए किसानों को मिलेगा पानी

नरवा के किनारे और छोटे किसानों का होना चाहिए चयन
प्रभारी सचिव ने सौर सुजला योजना का फोकस नरवा और बाड़ियों पर करने के निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि ' टार्गेट के तहत 300 नरवा के किनारे रहने वाले और छोटे किसानों का चयन किया जाना चाहिए. वहीं अविनाश चम्पावत ने कहा कि 'जिले में भू-जल का ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है. सिंचाई विभाग के अधिकारी जांच करें कि बड़े उद्योग कहीं बिना अनुमति के भू-जल का उपयोग तो नहीं कर रहे है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिले की उसना राईस मिल और पोहा मिलों में भी जल की उपलब्धता की जांच की जाए'.

माइनर नहरों का सीमेंटीकरण किया जाना चाहिए
प्रभारी सचिव ने कहा कि 'गर्मी में गंगरेल बांध का पानी निस्तारी के लिए तालाबों में भरा जाता है. इससे भारी मात्रा में पानी की बर्बादी होती है. इसलिए माइनर नहरों का सीमेंटीकरण किया जाना चाहिए. अविनाश चम्पावत ने सिंचाई विभाग को इसके लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए हैं'.

85 प्रतिशत किसान छोटे और सीमांत समूह के हैं
प्रभारी सचिव ने धान खरीदी में छोटे किसानों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि 'जिले में लगभग 85 प्रतिशत किसान छोटे और सीमांत समूह के हैं. इसलिए उन्हें लाभ पहले मिलना चाहिए. कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं की जिले में प्रगति की जानकारी दी. उन्होंने नकद संगवारी की जानकारी देते हुए बताया कि 'ये एक तरह से चलते-फिरते एटीएम की तरह है. नकद संगवारी विशेषकर पेंशनर्स को उनके घर तक पहुंचकर राशि का भुगतान करते हैं'.

जलाशयों से पानी किसानों को देने के निर्देश
अविनाश चम्पावत का कहना है कि 'किसानों को रबी में दलहन-तिलहन फसलों के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. अविनाश चम्पावत गुरुवार को प्रभारी सचिव बनने के बाद जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की प्रथम बैठक ली, जिसमें रबी फसल की सिंचाई के लिए जलाशयों से पानी किसानों को देने के निर्देश दिए हैं'.

मजदूर को बाहर जाने की नहीं आनी चाहिए नौबत
वहीं प्रभारी सचिव ने जिले के सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा के अंतर्गत पूर्व से ही पर्याप्त संख्या में काम स्वीकृत करने को कहा है. अविनाश चंपावत ने कहा कि 'काम के अभाव की वजह से एक भी मजदूर को जिले से बाहर जाने की नौबत नहीं आनी चाहिए'.

वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे
बैठक में कलेक्टर कार्तिकेया गोयल, एसपी नीथू कमल, जिला पंचायत के सीईओ आशुतोष पाण्डेय, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र नायक सहित जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

Intro:बलौदाबाजार :- जल संसाधन विभाग के सचिव एवं जिले के प्रभारी सचिव अविनाश चम्पावत ने रबी फसल के लिए सिंचाई जलाशयों से किसानों को पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होनंे कहा कि किसानों को रबी में दलहन-तिलहन फसलों के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। अविनाश चम्पावत आज यहां प्रभारी सचिव बनने के बाद जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की प्रथम बैठक में इस आशय के निर्देश दिये हैं। उन्होंने जिले की सभी ग्राम पंचायतों में मनरेगा के अंतर्गत पूर्व से ही पर्याप्त संख्या में काम स्वीकृत करने को कहा है। प्रभारी सचिव ने कहा कि काम के अभाव में एक भी मजदूर का जिला छोड़कर बाहर जाने की नौबत नहीं आने देना चाहिए। बैठक में कलेक्टर कार्तिकेया गोयल, एसपी नीतु कमल, जिला पंचायत के सीईओ आशुतोष पाण्डेय, अपर कलेक्टर जोगेन्द्र नायक सहित जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
Body:प्रभारी सचिव ने बैठक में राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता के मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की जानकारी ली। जिला कलेक्टर ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2 हजार 359 महिलाओं को एनीमिक महिला के तौर पर पहचान किया गया है। उनके लिए सुपोषित भोजन की व्यवस्था डीएमएफ मद से की गई है। आगामी एक जनवरी से इसका फायदा मिलने लगेगा। प्रभारी सचिव ने सौर सुजला योजना का फोकस नरवा और बाड़ियों पर करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जिले के सम्पूर्ण 3 सौ टार्गेट को नरवा के किनारे के और छोटे किसानों का चयन किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि जिले में भू-जल का ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। सिंचाई विभाग के अधिकारी जांच करें कि बड़े उद्योग कहीं बिना अनुमति के कही भू-जल का उपयोग तो नहीं कर रहे हेै। उन्हांेने कहा कि जिले की उसना राईस मिल और पोहा मिलों में भी जल की उपलब्धता की जांच किया जाये। प्रभारी सचिव ने कहा कि गरमी में गंगरेल बांध का पानी निस्तारी के लिये तालाबों में भरे जाते हैं। इसमें काफी मात्रा में पानी की बर्बादी होती है। इसलिए माईनर नहरों का सीमेन्टीकरण किया जाना चाहिए। उन्हेांने सिंचाई विभाग को इसके लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये। प्रभारी सचिव ने बैठक में धान खरीदी में छोटे किसानों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जिले में लगभग 85 प्रतिशत किसान छोटे एवं सीमांत समूह के हैं। इसलिए उन्हें लाभ पहले मिलना चाहिये। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने राज्य सरकार की प्राथमिकता वाली योजनाओं की जिले में प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने नगद संगवारी की जानकारी देते हुए बताया कि ये एक तरह से चलता-फिरता एटीएम की तरह हैं। नगद संगवारी विशेषकर पेंशनर्स लोगों को उनके घर तक पहुंचकर राशि का भुगतान करते हैं।Conclusion:
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