बलौदाबाजार: कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने 20 सितंबर तक हर हाल में गिरदावरी का काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं. गिरदावरी काम में एक महीने की रिपोर्ट से कलेक्टर नाखुश हैं. तहसीलों में फिलहाल 25 से 30 प्रतिशत तक गिरदावरी का काम हुआ है. कलेक्टर जैन ने कलेक्टोरेट स्थित चिप्स कार्यालय से वीडियो कॉल के जरिये सभी एसडीएम, तहसीलदार और जनपद पंचायतों के सीईओ को संबोधित किया. जिला पंचायत सीईओ डाॅक्टर फरिहा आलम सिद्धिकी और अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता भी इस अवसर पर उपस्थित थे.
कलेक्टर जैन ने कहा कि किसानों से धान खरीदी का काम राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता का काम है. गिरदावरी से ही पता चलेगा कि वास्तव में कितने रकबे में किसानों धान की फसल लगाई है. इसी के अनुरूप धान खरीदी के लिए किसानों का पंजीयन होगा. गिरदावरी के अंतर्गत ग्रामीण स्तर पर पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी हर खसरा नंबर के रकबे पर पहुंचकर फसल का मुआयना करते हैं और पंजी में रकबे का रिकॉर्ड रखते हैं. उन्होंने राजस्व अधिकारियों से कहा कि इस साल धान की खरीदी का काम भुईंया साफ्टवेयर से मिलान करके किया जायेगा. इसलिए इस साफ्टवेयर में आज की तारीख में अपडेट कर लिया जाए. ये सभी कामों को समय-सीमा में पूर्ण करने की जवाबदारी संबंधित राजस्व अधिकारी की होगी.
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कोविड-19 सेंटर में 700 मरीज की क्षमता
इसके अलावा कलेक्टर ने बताया कि जिला मुख्यालय में निर्मित कोविड-19 अस्पताल की क्षमता अब पूरी हो गई है. ज्यादा संख्या में कोरोना मरीजों की पहचान हो रही है, इसलिए अब हमें उन सभी के लिए इलाज की सुविधा विकासखण्ड स्तर पर विकसित करनी होगी. उन्होंने खण्ड स्तर पर चिन्हित भवनों में एक-दो दिनों में आवश्यक सुधार करके तैयार रखने के निर्देश दिये हैं. बता दें कि विकासखण्ड स्तर पर भाटापारा में पॉलिटेक्निक काॅलेज, सिमगा में आईटीआई, पलारी में एससी गल्र्स आश्रम, बिलाईगढ़ में डीएवी स्कूल खम्हरिया, कसडोल में एसटी ब्यॉय हाॅस्टल और बलौदाबाजार में आश्रय भवन को कोविड-19 केयर सेन्टर बनाया जा रहा है. उक्त सेन्टरों की मरीज क्षमता लगभग 700 की है, उन्होंने इन सेन्टरों के लिए बिस्तर आदि का इंतजाम स्थानीय स्तर पर करने को कहा है.
सूखे जगह पर मवेशी को रखें
कलेक्टर ने कहा कि कीचड़ युक्त गौठानों में गाय-बैलों को नहीं रखा जाये. उन्हें गांव में उपलब्ध अन्य वैकल्पिक और सूखे जगह पर रखा जाये. गीले स्थलों पर बीमारी होने की संभावना रहती है. जैन ने राजस्व और पंचायत के अधिकारियों को ग्रामीण सूचना तंत्र को मजबूत रखने की हिदायत दी. उन्होंने कहा कि समय पर सूचना मिल जाने से समस्या का निदान तत्काल करनें में सुविधा होती है. इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर अरविन्द पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर मिथिलेश डोण्डे, जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ एचएस चैहान, उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग डाॅ. चंद्रकान्त पाण्डेय भी उपस्थित थे.