बलौदा बाजार: बिलाईगढ़ के जंगलों में इन दिनों धड़ल्ले से वनों की कटाई हो रही है और जिम्मेदार आंख बंद कर सो रहे हैं. वन विभाग की लापरवाही के कारण वन क्षेत्र में लगातार पेड़ों की संख्या घटते जा रही है. हालांकि अब पेड़ों की अंधाधुन कटाई से नाराज आसपास के ग्रामीणों ने इसपर लगाम लगाने के लिए सख्ती से कदम उठाने की बात कही है. वहीं अधिकारी इस मामले में मौन हैं.
बिलाईगढ़ ब्लॉक के तेंदुदरहा और मुड़कट्टा इलाके के जंगलों में बीते 15 दिनों से लगातार पेड़ों की अवैध कटाई कर परिवहन करने की शिकायत तेंदुदरहा के ग्रामीणों और वन समूह के लोगों को मिल रही थी. इसकी शिकायत भटगांव डिपो रेंजर के पास कई बार करने बाद भी जब कार्रवाई नहीं हुई तो, तेंदुदरहा के ग्रामीण और वन समूह के लोगों ने 20 सितंबर की रात जंगल की ओर से आ रही लकड़ी से भरी ट्रैक्टर को खुद ही पकड़ने चले गए. जहां ड्राइवर से पूछताछ की गई, तो ड्राइवर ने सही जवाब नहीं दिया और ट्रैक्टर को वहीं छोड़कर फरार हो गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने लकड़ी से भरी ट्रैक्टर की रातभर देखभाल की और सुबह होते ही इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारी जगदीश प्रसाद जायसवाल को दी.
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जायसवाल ने तत्काल भटगांव डिपो के अधिकारी संजय दुबे को इसकी जानकारी दी और ग्रामीणों से बातचीत कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. जिसके बाद भटगांव डिपो के अधिकारी संजय दुबे नशे में धुत होकर घटना स्थल पहुंचे, लेकिन अधिकारी ग्रामीणों से पूछताछ कर कार्रवाई करने के बाजाय अपनी गाड़ी में बैठे नींद लेते रहे. मौके पर पहुंचे मीडिया की टीम ने भटगांव डिपो अधिकारी से कार्रवाई को लेकर जानकारी लेनी चाही, लेकिन अधिकारी नशे में उल्टा-सीधा जवाब देते रहे. संजय दुबे इतने नशे में थे कि मीडियाकर्मियों को खुद को सस्पेंड कराने की धमकी दे रहे थे.
बाद में बिलाईगढ़ वन विभाग के अधिकारी जगदीश प्रसाद जायसवाल अपनी टीम के साथ घटना स्थल पहुंचे. घटना स्थल पर पहुंचे जायसवाल आक्रोशित ग्रामीणों को देख काफी देर तक उन्हें समझाते रहे. इस दौरान ग्रामीणों ने भटगांव डिपो के अधिकारी संजय दुबे पर राजनैतिक पार्टी से पहुंच रखने के कारण मनमानी करते हुए जंगली लकड़ी को बेचने का आरोप लगाया.