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बलौदाबाजार: हाथियों के आतंक से दहशत में ग्रामीण

हाथियों के एक दल ने पिछले एक सप्ताह से नरेश नगर में उत्पात मचा रहा है. और धान की फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. जिससे किसान परेशान है. मामले में वन विभाग ने मुआवजा देने की बात कही है.

हाथियों का आतंक
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Published : Oct 11, 2019, 4:28 PM IST

Updated : Oct 11, 2019, 6:06 PM IST

बलौदाबाजार: जंगली हाथियों का एक दल ओडिशा के जंगलों से भटकर जिले के बिलाईगढ़ इलाके में आतंक मचाए हुए है. जिले के हरदी, घरजरा और नरेशनगर इलाके में हाथियों ने फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. करीब 20 एकड़ में लगी धान की फसल को हाथियों ने रौंद डाला है जिससे किसान परेशान हैं

हाथियों के आतंक में ग्रामीण

इसके साथ ही मूडहीघाटी मंदिर के पास हाथियों ने बहुत से मूर्तियों को भी नुकसान पहुंचाया है. देर रात जंगल में वन विभाग के वाहनों की रोशनी से कुछ हाथी भाग निकले लेकिन तीन हाथी नरेशनगर में रुक हुए हैं. जिससे इलाके के रहवासी खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं.

ग्रामीणों को मिलेगा मुआवजा

जिस गांव में धान की फसल को नुकसान हुआ है, वहां GPS की मदद से निरीक्षण कराया जा रहा है. ताकि किसानों को शासन की तरफ मुआवजा मिल सके. वन परिक्षेत्र के अधिकारी वरुण जैन ने बताया है कि अभी तक 80 प्रकरण बना कर पटवारियों को भेज दिया गया है. सभी को लगभग 15 दिनों में मुआवजा मिल जाएगा.

पढ़ें: 44 खाद्य निरीक्षकों के हुए तबादले, देखें लिस्ट

वन विभाग ने ग्रामीणों को किया सतर्क
वन विभाग गावों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क कर रहा है, और लोगों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दे रहा है. वहीं अधिकारी ने जानकारी दी है कि हाथियों के झुंड में गुरुवार को एक हाथी के बच्चे का जन्म हुआ है. जिससे हाथी अभी तीन से चार दिनों तक उसी गांव के जंगल में रहेंगे. जब तक बच्चा चलने लायक नहीं होगा हाथियों को भगाया नहीं जा सकता है.

बलौदाबाजार: जंगली हाथियों का एक दल ओडिशा के जंगलों से भटकर जिले के बिलाईगढ़ इलाके में आतंक मचाए हुए है. जिले के हरदी, घरजरा और नरेशनगर इलाके में हाथियों ने फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. करीब 20 एकड़ में लगी धान की फसल को हाथियों ने रौंद डाला है जिससे किसान परेशान हैं

हाथियों के आतंक में ग्रामीण

इसके साथ ही मूडहीघाटी मंदिर के पास हाथियों ने बहुत से मूर्तियों को भी नुकसान पहुंचाया है. देर रात जंगल में वन विभाग के वाहनों की रोशनी से कुछ हाथी भाग निकले लेकिन तीन हाथी नरेशनगर में रुक हुए हैं. जिससे इलाके के रहवासी खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं.

ग्रामीणों को मिलेगा मुआवजा

जिस गांव में धान की फसल को नुकसान हुआ है, वहां GPS की मदद से निरीक्षण कराया जा रहा है. ताकि किसानों को शासन की तरफ मुआवजा मिल सके. वन परिक्षेत्र के अधिकारी वरुण जैन ने बताया है कि अभी तक 80 प्रकरण बना कर पटवारियों को भेज दिया गया है. सभी को लगभग 15 दिनों में मुआवजा मिल जाएगा.

पढ़ें: 44 खाद्य निरीक्षकों के हुए तबादले, देखें लिस्ट

वन विभाग ने ग्रामीणों को किया सतर्क
वन विभाग गावों में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क कर रहा है, और लोगों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दे रहा है. वहीं अधिकारी ने जानकारी दी है कि हाथियों के झुंड में गुरुवार को एक हाथी के बच्चे का जन्म हुआ है. जिससे हाथी अभी तीन से चार दिनों तक उसी गांव के जंगल में रहेंगे. जब तक बच्चा चलने लायक नहीं होगा हाथियों को भगाया नहीं जा सकता है.

Intro:बलौदाबाजार :- जंगली हाथियों की दल उड़ीसा से आते -आते छत्तीसगढ़ मे आ गया है. जो लगातर एक सप्ताह से बलौदा बाजार जिला के विकासखंड बिलाईगढ़ के हरदी , घरजरा मे धान के फसल को बहुत नुक़सान पहुंचाया है. वही तीन दिन से नरेशनगर मे हाथियों गाँव के लगभग 20 एकड़ धान को रौंद कर रख दिया है. और पास मे मूडहीघाटी मंदिर के पास बहुत से मूर्तियों को नुक़सान पहुंचाया है. जिसमे दो शेर के मूर्तियों को तोड़ दिया है. उसके बाद रात मे ही जंगल में वन विभाग के गजराज वाहन की रोशनी जलाकर हाथियों को दूसरे रस्ते भागने मे मदद मिला. लेकिन उसी दल के तीन हाथी नरेश्ननगर मे ही रुक गया है. बाकी हाथियों का दल चंद्रनगर होते हुए शंकरनगर के जंगल मे देखने को मिला है. धान फसल लगे होने के कारण जंगली हाथिया धान के फसल को ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है. वन विभाग का कर्मचारी गजराज गाड़ी लेकर गाँव वालो की मदद करने मे कोई कमी नही कर रहे है. जिस – जिस गाँव मे धान के फसल को नुकसान हुआ है वह जी पी एस करा कर पटवारी से निरीक्षण कराया जा रहा तकी फसल नुकसान का शासन के तरफ से किसानो को मुआवजा मिल सके.
Body:बिलाईगढ़ वन विभाग के परिक्षेत्र अधिकारी वरुण जैन ने बताया की अभी तक 80 प्रकरण बना कर हमने पटवारियों को भेज दिया है जिसमे लगभग 4 से 5 हेक्टेयर हानि हुआ है. जिसमे बहुत ही छोटे छोटे भाग है. और सभी का मुआवजा लगभग 15 दिनो में मिल जायेगा. वही मंदिर में भी तोड़ फोड़ हाथियों द्वारा किया गया है जिसके बाद गावों में मुनादी कराई जा रही है की हाथियों के ज्यदा करीब ना जाएं. वही अधिकारी ने एक अच्छी जानकारी यह भी दि है की हाथियों के झुंड में चार बच्चे भी शामिल थे. लेकिन कल एक बच्चे का और जन्म हुआ है जिससे हाथी अभी तीन से चार दिन और उसी गांव के जंगल में रहेंगे. जब तक बच्चा चलने लायक नही होगा हाथियों को खदेणा नही जा सकता है.


Conclusion:बाईट 01 - वरुण जैन - परिक्षेत्र अधिकारी वन विभाग बिलाईगढ़

नोट बाइट को मोजो से भेजा गया है..
Last Updated : Oct 11, 2019, 6:06 PM IST
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