सरगुजा/बलौदाबाजार: प्रदेश भर में छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति पर्व हरोली धूमधाम से मनाया गया. संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत सीतापुर दौरे पर रहे. जहां वे कुनमेरा और केरजु गांव में हरेली पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए. मंत्री अमरजीत भगत ग्रामीणों के साथ पारंपरिक अंदाज में दिखे. मंत्री अमरजीत भगत ग्रामीणों और बच्चों को हरेली के साथ छत्तीसगढ़ी परंपरा के बाते में बताते हुए नरुवा, गरुवा, घरुवा और बारी का महत्व समझाया और इसे संरक्षित करने की बात कही.
हितग्राहियों को दिया राशन कार्ड
अमरजीत भगत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी को हरेली पर्व की शुभकामनाएं दी. इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों के बीच सरकार की योजना के तहत सामग्री वितरण किए. किसानों को खाद-बीज समेत मुआवजा वितरण किया गया. अमरजीत भगत ने ग्रामीणों को नवीनीकरण के बाद बने हुए नए राशनकार्ड भी वितरित किए. वहीं किसानों को कर्जमाफी के पत्र भी बांटे गए.
नवजातों को दिया जाति प्रमाण पत्र
मंत्री अमरजीत भगत ने हरेली पर्व के मौके पर पौधरोपण करते हुए पर्यावरण के महत्व को बताया. मंत्री ने हरेली पर्व के मौके पर कुनमेरा गांव में 15 गौठानों का लोकार्पण किया. मौके पर मंत्री ने ग्रामीणों के साथ नवजातों को जाति प्रमाणपत्र का भी दिये.
बलौदा बाजार में गौठान का लोकार्पण
इधर, हरेली के मौके पर बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी बलौदा बाजार में थे. यहां मंडावी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों की सरकार है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में लोक संस्कृति को बचाने के लिए सरकार 6 स्थानीय पर्व पर अवकाश की घोषणा की है.
खेल का आयोजन
हरेली के मौके पर मंडावी ने अर्जुनी में गौठान का लोकार्पण किया. मौके पर कई खेलों का आयोजन किया गया था. इसमें कब्बडी, खो-खो खेला गया. मौके पर मंडावी ने छत्तीसगढ़ व्यंजनों का भी लुत्फ उठाया.