बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरुवा और बारी के तहत गौठान में पैरादान एक नई सुबह ला रही है. जिला कलेक्टर कार्तिकेय गोयल के निर्देश में जो पैरादान के लिए आह्वान किया गया था. उससे प्रेरित होकर किसान पराली न जलाकर गांव के गौठानों में बड़ी मात्रा में पैरादान कर रहे हैं.
बलौदाबाजार जिले में इसके लिए अलग से एक पैरादान प्रतियोगिता भी चलाई जा रही है, जिसमें उत्कृष्ट ग्राम पंचायतों को 10 हजार का प्रोत्साहन राशि दिया जाएगा. जिले के आदर्श और अन्य गौठान में अभी तक 8000 टन पैरा संग्रहित किया जा चुका है.
इतना टन एकत्रित हुआ पैरा-
- विकासखंड भाटापारा के आदर्श ग्राम गोढी एस में 16 टन और अन्य गौठानों में लगभग 320 टन.
- विकासखंड बलौदा बाजार के आदर्श ग्राम पुरैना खपरी में 70.70 टन.
- विकासखंड पलारी के आदर्श ग्राम टीला में 10 टन और अन्य गौठानों में 30 टन.
- विकासखंड सिमगा के आदर्श ग्राम खर्वे में 35 टन.
- विकासखंड बिलाईगढ़ के ग्राम रोहिना में 15 और अन्य में 45 टन पैरा एकत्रित किया जा चुका है.
एकत्रित हुए पैरा का उपयोग गौठानों में चारा के रूप में और जैविक खाद के रूप में किया जाएगा. साथ ही जिले के किसान इससे जागरूक होकर पराली नहीं जला रहे हैं, जिससे पर्यावरण प्रदूषण भी नहीं हो रहा है.
पढ़े: भौंरा खेलकर अपने बचपन में खो गए सीएम भूपेश, बच्चे से कहा- Thank You
कृषि विभाग के नए मशीन बेलर मशीन के माध्यम से पैरादान संग्रहण भी किया जा रहा है, जो बलौदाबाजार के बाद क्रमशः कसडोल, बिलाईगढ़, पलारी में किया गया. गौठानों के तहत पैरादान और अन्य सभी कार्यों का जिला पंचायत सीईओ आशुतोष पांडेय खुद सतत निगरानी कर रहे हैं.