बलौदाबाजार: इमामी सीमेंट रिसदा के कर्मचारियों ने अपनी चार मांगों को लेकर 24 अक्टूबर से हड़ताल पर बैठने की धमकी दी है. वहीं कर्मचारियों ने इमामी सीमेंट फैक्ट्री के ठेकेदारों पर आरोप लगाया है कि ठेकेदारों ने हड़ताल को रोकने के लिए कर्मचारियों से कोरे कागज पर जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाएं हैं. मामले में कर्मचारी शिवसेना भारतीय कामगार सेना से सहयोग भी मांगा है.
बता दें कि सर्किट हाऊस में शिवसेना के मजदूर इकाई भारतीय कामगार सेना की बैठक जिला अध्यक्ष संतोष यदु के नेतृत्व में रखी गई थी. ईमामी सीमेंट संयंत्र के ठेकेदारों के शोषण से परेशान सैकड़ों कामगार मजदूरों ने शिवसेना से सहयोग मांगा है. सीमेंट कर्मचारियों ने अपनी इस समस्या से ईमामी सीमेंट कंपनी को अवगत कराया था, लेकिन कंपनी का मैनेजमेंट बात करने को राजी नहीं हुआ, जिसके बाद रायपुर केन्द्रीय लेबर कमीश्नर श्रम आयुक्त और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर ईमामी सीमेंट के कर्मचारियों ने अपनी चार मांग रखी है.
कर्मचारियों द्वारा रखी गई चार प्रमुख मांग
- पहली मांग त्योहार पर बोनस, जो कि अभी तक कंपनी ने नहीं दी है.
- दूसरी मांग चार साल हो जाने के बाद भी नियुक्ति पत्र कर्मचारियों को नहीं दिया गया है.
- तीसरी मांग सभी कर्मचारियों को वेतन मंडल और वेज बोर्ड के तहत वेतन दिया जाना तय करें.
- चौथी मांग सभी कामगारों को उनकी योग्यतानुसार सम्मानपूर्वक काम दिया जाए साथ ही मानसिक प्रताड़ना बंद की जाए.