बलौदाबाजार: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक बेरोजगार अपने हालातों को छत्तीसगढ़ी गीत गाकर बता रहा है. बलौदाबाजार का रहने वाला जितेंद्र (jitendra barve viral video) अपनी बेरोजगारी को लेकर सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है. 11 सदस्यों के परिवार में अकेले कमाने वाले जितेंद्र के पास अब परिवार के पेट भरने तक के लिए पैसे नहीं है. बता दें कि जितेंद्र बार्वे का 2 साल पहले ही शासकीय शिक्षक के लिए सेलेक्शन हो चुका है, लेकिन 2 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी अभी तक नियुक्ति नहीं हुई है.
परिवार के भरण पोषण के लिए जितेंद्र पहले ही बैंक से लोन के चुका है और अपने रिश्तेदारों से भी उधार ले चुका है. अब जितेंद्र के पास दो वक्त की रोटी तक के लिए पैसे नहीं बचे हैं. ऐसे में जितेंद्र अब सरकार से मांग कर रहा है कि या तो उन्हें नौकरी दे दे या फिर मौत दे दें.
बेरोजगार युवक की सरकार से गुहार
रविवार को केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह ने अपने ट्वीटर अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया था, जो खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक युवक अपने परिवार के साथ बैठा है. वह छत्तीसगढ़ी गीत गाकर सरकार से नौकरी या फिर मौत देने की मांग कर रहा है. जितेंद्र अपने परिवार के साथ छत्तीसगढ़ की भरथरी शैली में गीत गाकर सरकार से रोजगार देने की मांग की है. शिक्षक भर्ती की अटकी प्रक्रिया से तंग आकर अपनी भाभी संतोषी के साथ इस गाने को जितेंद्र ने गाया है. इस गाने की लाइनों में जितेंद्र कह रहे हैं 'ढाई साल ले सुध नई लेस...का होगे कका तोला, नौकरी मोर दे दे तैं नई तो फांसी दे दे तैं मोला'
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शिक्षकों की अब तक नहीं हुई नियुक्ति
छत्तीसगढ़ में साल 2019 में शासकीय शिक्षक के लिए 14 हजार 580 पद पर भर्ती निकाली गई थी. 14 हजार 580 शिक्षकों का चयन हो चुका है, लेकिन अब तक नियुक्ति नहीं दी गई. सभी चयनित शिक्षक दो साल से नौकरी दिए जाने की मांग कर रहे हैं. इसमें से एक जितेंद्र बार्वे भी है जो प्राइवेट शिक्षक की नौकरी कर रहा था, लेकिन सरकारी शिक्षक में चयन होने पर नौकरी छोड़ चुके हैं.
बेरोजगारी से परेशान युवा
इनके जैसे ही अन्य युवा भी है जिसका चयन हो चुका है, लेकिन अभी तक नियुक्ति नहीं हुई है. अब इन युवाओं के सामने बेरोजगारी की समस्या है. आत्महत्या करने तक की नौबत आ गई है.