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कलेक्टर-एसपी का औचक निरीक्षण, धान खरीदी में गड़बड़ी का हुआ खुलासा

बलौदाबाजार में जिला प्रशासन की टीम ने धान खरीदी में गड़बड़ी को लेकर सतर्कता दिखाई है. कलेक्टर-एसपी ने धान खरीदी केंद्र का औचक निरीक्षण किया और धान खरीदी में हो रही गड़बड़ी को उजागर किया.

धान खरीदी में गड़बड़ी पर प्रशासन सख्त
धान खरीदी में गड़बड़ी पर प्रशासन सख्त
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Published : Dec 4, 2019, 10:08 PM IST

Updated : Dec 4, 2019, 11:50 PM IST

बलौदाबाजार : जिला प्रशासन की टीम ने धान खरीदी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कलेक्टर और एसपी ने धान खरीदी केंद्र पर गड़बड़ी को रंगे हाथों पकड़ा है. सिमगा के ढेकुना सोसायटी में पिछले तीन दिनों में खरीदे गए धान से 511 कट्टा ज्यादा धान पाया गया है.

धान खरीदी में गड़बड़ी का हुआ खुलासा

धान खरीदी में पाई गई गड़बड़ी

हेराफेरी करने के लिए समिति ने इस धान को ढेरी के रूप में अलग से रखा था. उनकी मंशा पर पानी उस समय फिर गया जब कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और एसपी नीथू कमल अचानक ढेकुना समिति आ पहुंचे.

कलेक्टर और एसपी ने किया निरीक्षण

कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और एसपी नीथू कमल ने समिति का बारीकी से निरीक्षण किया. साथ ही अब तक खरीदे गए धान का भौतिक सत्यापन भी कराया. सत्यापन में 511 कट्टा धान ज्यादा पाया गया.

बताया जा रहा है कि समिति ने 4 तारीख को जारी किए गए टोकन वाले 9 किसानों के धान को गलत इरादे से एक दिन पहले ही मंगवा लिया था. वहीं तौल पत्रक में जिम्मेदार लोगों के दस्तखत भी नहीं थे. दिनभर के आवक को उसी दिन भराई और पैकिंग करके स्टेकिंग किया जाना होता है. लेकिन ऐसा नहीं किया गया था.

कलेक्टर ने कठोर कार्रवाई के दिए निर्देश

कलेक्टर ने इन गड़बड़ियों पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए दोषी प्रबंधक दिनेश कुमार वर्मा पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. वहीं समिति के नोडल अफसर और आरएईओ दीप नारायण सिंह परिहार की भूमिका को भी जांच के दायरे में लिया गया है.

पढ़े:10 दिन के नवजात को छोड़ फरार हुए अज्ञात, बाल संरक्षण में बच्चा सुरक्षित

बता दें कि नियमों के मुताबिक खरीदी केन्द्र में स्टॉक का भौतिक सत्यापन करने का काम नोडल अफसरों का होता है. वहीं निरीक्षण में एडीएम जोगेन्द्र सिंह, एसडीएम धनीराम रात्रे, एएफओ अनिल जोशी, तहसीलदार हरिशंकर पैकरा, नायब तहसीलदार यशवंत राज, सीईओ अशोक साहू मौजूद थे.

बलौदाबाजार : जिला प्रशासन की टीम ने धान खरीदी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कलेक्टर और एसपी ने धान खरीदी केंद्र पर गड़बड़ी को रंगे हाथों पकड़ा है. सिमगा के ढेकुना सोसायटी में पिछले तीन दिनों में खरीदे गए धान से 511 कट्टा ज्यादा धान पाया गया है.

धान खरीदी में गड़बड़ी का हुआ खुलासा

धान खरीदी में पाई गई गड़बड़ी

हेराफेरी करने के लिए समिति ने इस धान को ढेरी के रूप में अलग से रखा था. उनकी मंशा पर पानी उस समय फिर गया जब कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और एसपी नीथू कमल अचानक ढेकुना समिति आ पहुंचे.

कलेक्टर और एसपी ने किया निरीक्षण

कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और एसपी नीथू कमल ने समिति का बारीकी से निरीक्षण किया. साथ ही अब तक खरीदे गए धान का भौतिक सत्यापन भी कराया. सत्यापन में 511 कट्टा धान ज्यादा पाया गया.

बताया जा रहा है कि समिति ने 4 तारीख को जारी किए गए टोकन वाले 9 किसानों के धान को गलत इरादे से एक दिन पहले ही मंगवा लिया था. वहीं तौल पत्रक में जिम्मेदार लोगों के दस्तखत भी नहीं थे. दिनभर के आवक को उसी दिन भराई और पैकिंग करके स्टेकिंग किया जाना होता है. लेकिन ऐसा नहीं किया गया था.

कलेक्टर ने कठोर कार्रवाई के दिए निर्देश

कलेक्टर ने इन गड़बड़ियों पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए दोषी प्रबंधक दिनेश कुमार वर्मा पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. वहीं समिति के नोडल अफसर और आरएईओ दीप नारायण सिंह परिहार की भूमिका को भी जांच के दायरे में लिया गया है.

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बता दें कि नियमों के मुताबिक खरीदी केन्द्र में स्टॉक का भौतिक सत्यापन करने का काम नोडल अफसरों का होता है. वहीं निरीक्षण में एडीएम जोगेन्द्र सिंह, एसडीएम धनीराम रात्रे, एएफओ अनिल जोशी, तहसीलदार हरिशंकर पैकरा, नायब तहसीलदार यशवंत राज, सीईओ अशोक साहू मौजूद थे.

Intro:बलौदाबाजार :- जिला प्रशासन की टीम ने धान खरीदी की गड़बड़ी को रंगे हाथ पकड़ लिया। सिमगा के ढेकुना सोसायटी में पिछले तीन दिनों में खरीदे गये धान से 511 कट्टा ज्यादा धान पकड़ में आया।Body:संभवतया हेराफेरी करने के लिए समिति ने इस धान को ढेरी के रूप में अलग से रखा था। उनकी मंशा पर पानी उस समय फिर गया जब कलेक्टर कार्तिकेय गोयल एवं एसपी नीतुकमल अचानक ढेकुना समिति आ धमके। उन्हेांने समिति का बारीकी से निरीक्षण कर अब तक खरीदे गये धान का भौतिक सत्यापन भी कराया। सत्यापन में 511 कट्टा धान ज्यादा निकला। नियमानुसार समिति में पिछले तीन दिनों की आवक 11 हजार 480 कट्टे होने चाहिये। जबकि समिति फड़ में 11 हजार 991 कट्टा धान पाया गया। बताया गया कि समिति ने 4 तारीख को जारी किये गये टोकन वाले 9 किसानों के धान को गलत इरादे से एक दिन पहले ही मंगवा लिया था । तौल पत्रक में जिम्मेदार लोगों के दस्तखत भी नहीं थे। दिनभर के आवक को उसी दिन भराई और पैकिंग करके स्टेकिंग किया जाना होता है। कलेक्टर ने इन गड़बड़ियों पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए दोषी प्रबंधक दिनेश कुमार वर्मा पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये। समिति के नोडल अफसर एवं आरएईओ दीप नारायण सिंह परिहार की भूमिका को भी जांच के दायरे में लिया गया है। नियमों के अनुसार खरीदी केन्द्र में स्टाॅक का भौतिक सत्यापन करने का काम इन नोडल अफसरों का होता है। निरीक्षण में एडीएम जोगेन्द्र सिंह, एसडीएम धनीराम रात्रे, एएफओ अनिल जोशी, तहसीलदार हरिशंकर पैकरा, नायब तहसीलदार यशवंत राज, सीईओ अशोक साहू भी उपस्थित थे।
Conclusion:
Last Updated : Dec 4, 2019, 11:50 PM IST
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