बलौदाबाजार: कसडोल विकासखंड के अंतर्गत बया शासकीय हाई स्कूल में कार्यरत महिला शिक्षका ने क्लर्क और प्राचार्य पर वेतन रोकने का आरोप लगाया था. महिला टीचर का आरोप था कि बीते 8 महीने से जानबूझकर उसका वेतन रोका गया. शिक्षिका ने क्लर्क पर बदतमीजी और अश्लील बाते करने का आरोप भी लगाया है. इस मामले में जिला शिक्षा विभाग (District Education Department) ने बाबू को सस्पेंड कर दिया है.
चंदा और रिश्वत लेने का आरोप, सस्पेंड हुआ क्लर्क
दरअसल शिक्षिका रीना ठाकुर को पिछले 8 महीने से वेतन नहीं मिल रहा है. क्लर्क हरीश पालेश्वर (बाबू) से वेतन की मांग को लेकर जब शिक्षिका ने बात की तो, बाबू ने महिला शिक्षिका से रिश्वत और बकरा पार्टी मनाने के लिए चंदा मांगा. शिक्षिका का आरोप है कि चंदा और रिश्वत न देने के कारण बीते 8 महीने से बाबू ने वेतन रोक दिया. जिसके कारण महिला शिक्षिका आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित हुई. पूरे केस की जानकारी कसडोल विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी तक पहुंची तब उन्होंने प्राचार्य और बाबू को तत्काक वेतन भुगतान करने के निर्देश दिए. इसके साथ ही क्लर्क को सस्पेंड भी किया गया.
8 महीने से नहीं मिला शिक्षिका को वेतन, BEO ने तुरंत सैलरी देने के दिए निर्देश
सोशल मीडिया में भी छाया रहा मामला
शिक्षिका ने वेतन नहीं मिलने की जानकारी सर्व शिक्षा संघ (Sarva Shiksha Sangh) के अध्यक्ष विवेक दुबे को बताई. यह प्रकरण सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ. इस पूरे मामले की जानकारी कसडोल BEO तक भी पहुंची. जिसके बाद BEO ने DDO को तत्काल शिक्षिका का वेतन भुगतान करने का निर्देश दिए हैं.
कड़ी कार्रवाई की मांग
विवेक दुबे ने CMO को शिक्षिका के आवेदन की कॉपी ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि "जिस महिला शिक्षिका को 8 महीने से वेतन न मिला हो उसकी आर्थिक और मानसिक स्थिति कैसी होगी" साथ ही उन्होंने शासन से प्राचार्य पर कड़ी कार्रवाई करने का निवेदन भी किया है.