बलौदाबाजार : छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना 'पढ़ाई तुंहर दुआर' के तहत बिलाईगढ़ क्षेत्र के सलौनीकला संकुल के बच्चों को केबल टीवी के माध्यम से पढ़ाई का लाभ मिल रहा है. स्कूली बच्चे अपने घर पर ही बैठ कर टीवी के माध्यम से पढ़ाई कर शिक्षित हो रहे हैं. इसकी शुरुआत ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के द्वारा किया गया है.
दरअसल, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते स्कूलों में ताला लगा हुआ है, जिससे बच्चों की पढ़ाई काफी प्रभावित हो रही है. वनांचल क्षेत्रों में नेटवर्क नहीं होने की वजह से बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है. इस स्थिति को देखते हुए बिलाईगढ़ क्षेत्र के सलौनीकला संकुल के अंतर्गत शिक्षक शशि भूषण चंद्र व अन्य शिक्षकों द्वारा मिलकर एक पहल की गई. अब बच्चे केबल टीवी के माध्यम से घर बैठे ही पढ़ाई का लाभ ले सकते हैं. बच्चों ने बताया कि कोरोना जैसे वैश्विक महामारी के चलते वे सभी शिक्षा से वंचित हो रहे थे, लेकिन टीवी केबल के जरिए पढ़ाई चालू होने की वजह से वह घर बैठे ही पढ़कर शिक्षित हो सकते हैं.
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बच्चों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित
बुधेश्वर कश्यप ने बताया कि शशि भूषण चंद्र का केबल 7 से 8 गांव में फैला हुआ है, जिसकी वजह से 7 से 8 गांव के बच्चों को एक साथ पढ़ाई कराया जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि सभी बच्चों के लिए अलग-अलग समय निर्धारित किया गया है, इसके तहत कक्षा 1 से 12वीं तक के बच्चों को पढ़ाई का लाभ मिल रहा है. इसके लिए एक पत्रक भी बनाया गया है, जिससे गांव-गांव में जाकर प्रचार किया जा रहा है, ताकि बच्चे उचित समय में पढ़ाई का लाभ ले सके.
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शिक्षकों ने किया बेहतरीन काम
छत्तीसगढ़ में कोरोना संकट के इस दौर में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए राज्य सरकार ने 'पढ़ई तुंहर दुआर' योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत बच्चों और शिक्षकों को स्मार्ट फोन के जरिए इंटरनेट से जोड़कर पढ़ाई करने की तैयारी की गई. लेकिन वनांचल क्षेत्रों में नेट कनेक्टिविटी नहीं होने से बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई का लाभ नहीं मिल पा रहा था. इसके के कारण वनांचल क्षेत्रों में शिक्षकों ने मिलकर बच्चों को इस योजना से जोड़ने के लिए कई रास्ते निकाले.