बलौदाबाजार : एक ओर सरकार नरवा, घुरवा, गरुवा और बारी जैसे महत्वाकांक्षी योजनाएं लागू की है, लेकिन वहीं दूसरी ओर ये योजनाएं धरातल पर कोई खास असर दिखाती नजर नहीं आ रही हैं. ग्राम पंचायत बलौदा में अस्थायी रूप से स्कूल अहाते में लगभग 300 मवेशियों को रखा गया था, जिसमें से 13 मवेशियों की अचानक मौत हो जाने का मामला सामने आया है. डॉक्टर ने 3 मवेशियों की निमोनिया और 10 की भूख से मौत होने की आशंका जताई है.
ग्रामीणों को मवेशियों की मौत की खबर लगते ही पशु चिकित्सक डॉ. योगेश साहू को बुलाया गया. डॉक्टर साहू ने मवेशियों का मुआयना किया. उन्होंने बताया कि लगातार दो दिन हुए बारिश और पर्याप्त दाना-पानी न मिलने से मौत की आशंका है. पोस्टमार्टम के बाद मामले का खुलासा होगा.
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अधिकारी झाड़ रहे पल्ला
मामले में जब कसडोल तहसीलदार शंकरलाल सिन्हा से पूछा गया, तो उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं होना बताया. बाद में जानकारी जुटाकर कहा कि मवेशियों के लिए चारे-पानी की व्यवस्था पंचायत करती है. साथ ही समय-समय पर पशु चिकित्सक पशुओं का निरीक्षण करते हैं.