सीएम भूपेश बघेल ने अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले में 44 जवानों के शहीद होने का जिम्मेदार ठहराते हुए नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि कैसे आतंकी 350 किलो आरडीएक्स लेकर पहुंचे जाते हैं. तीन बसों में जो बस बुलेटप्रूफ नहीं थी उसे पहचानकर कैसे उसे ही टक्कर मारी जाती है'.
उन्होंने कहा कि, 'पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री फोटो शूट करवा रहे थे. जब मुंबई में आतंकी हमले के दौरान मंत्री के कोट बदलने पर उसका इस्तीफा हो जाता है तो इतनी बड़ी घटना के बाद फोटो शूट करने पर प्रधानमंत्री का इस्तीफा क्यों नहीं होता'.
इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के घोषणा पत्र में उल्लेखित योजनाओं को गरीबों के लिए हितकारी बताया. साथ ही बघेल ने सरकार द्वारा लोन लेने के मुद्दे पर कहा कि, 'ऐसी कौन सी सरकार है जो लोन नहीं लेती. 2003 में जब कांग्रेस ने सरकार छोड़ी थी, उस दौरान सरकारी खजाने में 400 करोड़ थे, लेकिन भाजपा सरकार में 50 हजार करोड़ का कर्ज कैसे हो गया, वो कर्जा किसके लिए दिया गया था, रमन सिंह इसका हिसाब दें'. बघेल ने कहा कि, 'हमनें गरीबों के लिए और किसानों का धान खरीदने के लिए, बिजली बिल आधा करने, पत्रकारों की पेंशन बढ़ाने के लिए लोन लिया है'.
वहीं कांग्रेस के घोषणा पत्र में देशद्रोह की धारा हटाने के सवाल पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, 'ये संवेदनशील मामला है, जिसे समझना होगा. आज बस्तर में भोले-भाले आदिवासियों को नक्सली बताकर जेल में बंद कर दिया जाता है और वो केस भी नहीं लड़ पाते हैं. हमने सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस पटनायक को लेकर एक कमेटी बनाई. सारे केस का अध्ययन कर उन सारे केस की अध्ययन रिपोर्ट सौंपी. इस प्रकार की शिकायतें बहुत आ रही हैं और इस धारा का बहुत दुरुपयोग हो रहा है, जो भोले-भाले लोग हैं उनको जेल में ठूंस दिया जाता है. अगर देशद्रोह हो रहा है तो उन पर दूसरी धारा के तहत कार्रवाई भी हो सकती है'.