बलौदाबाजार: कोरोना महामारी ने जहां पूरे प्रदेश में त्राही मचाई हुई है वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में बलौदाबाजार को मरीजों की उचित देखभाल करने के लिए चौथा स्थान मिला है. कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने स्वास्थ्य विभाग सहित कोरोना ड्यूटी में लगे जिला प्रशासन की टीम को इसके लिये बधाई दी है.
कलेक्टर ने कहा कि यह स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की मेहनत का ही परिणाम है. लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बाद भी हमारे जाबाज लगातार अपना फर्ज निभाने में लगे हुए है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना से संक्रमित मरीजों का खास ख्याल रख रही है. मरीजों को निर्धारित समय पर दवाइयों से लेकर भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग का रहा महत्तवपूर्ण योगदान
जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी खेमराज सोनवानी ने बताया की यह जिले के लिये एक बड़ी उपलब्धि है. जो हमे आगे और अच्छे से मेहनत के लिये प्रेरित करेगी. इस उपलब्धि को हासिल करने में स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारियों, अधिकारियों सहित अन्य विभागों के कमर्चारियों अधिकारियों का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है. स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी दिन रात कोरोना को हराने के लिए मेहनत कर रहे है.
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किसे मिला कौन सा स्थान
स्वास्थ्य विभाग ने 7 अगस्त से लेकर 21 सितंबर के बीच एक सर्वे किया था. मरीजों के फीडबैक के आधार पर राज्य सरकार ने सर्वे रिपोर्ट जारी की है. सर्वे में प्रदेश के गरियाबंद को पहला स्थान मिला है. गरियाबंद को सर्वे में 83 प्रतिशत मिले है. इसके साथ ही कोरिया 80 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर रहा. इसके अलावा रायपुर 77 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर बना हुआ है. वहीं बलौदाबाजार 76 प्रतिशत के साथ चौथे स्थान पर है.
खाने की गुणवत्ता का रखा जा रहा ख्याल
कोविड हॉस्पिटल और कोविड केयर सेंटरों में मरीजों को मिलने वाले खाने की गुणवत्ता पर खास नजर रखी जा रही है. खाने की गुणवत्ता में जरा भी लापरवाही न हो इसके लिए अन्य विभागों के जिला स्तर के अधिकारियों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही समय-समय पर राजस्व विभाग के अधिकारियों कोविड सेंटर का खाना खाकर उनकी गुणवत्ता को चेक करते रहते है. यही कारण है कि खाने की शिकायत कम सुनने को मिलती है.
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कोरोना पॉजिटिव मरीजों की हो रही पहचान
इसके अलावा कोरोना टेस्टिंग अभियान शिविरों ने भी जिले को चौथा स्थान दिलाने में महत्तवपूर्ण भूमिका निभाई है. कोरोना टेस्टिंग शिविरों की मदद से संक्रमित मरीजों की तत्काल पहचान कर उनका उपचार किया जा रहा है. जिले में हर रोज लगभग एक हजार से ज्यादा एंटीजन रैपिड टेस्ट, ट्रू नाट और आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा रहा है जो अन्य राज्यों की तुलना काफी ज्यादा है.
कलेक्टर ने दी बधाई
कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने जिले के सभी लोगों को धन्यवाद किया है. उन्होंने कहा कि सभी का पूरा सहयोग मिला है. यह लड़ाई किसी एक की नहीं है. हम सबको मिलकर कोरोना से लड़ना है. उन्होंने अपील की है कि जिले के सभी लोग टोटल लॉकडाउन में सरकार का साथ दें और कोरोना के चैन को तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए.