बलौदाबाजार: जिला कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने बुधवार को जिले में वन विभाग की ओर से किए जा रहे निर्माणधीन कार्यों का निरीक्षण किया है.
इस दौरान वन विभाग से संचालित किए जा रहे रोजागर मुखी कार्य गौशाला, पशु आहार, ट्री गार्ड निर्माण, संयुक्त वन प्रबंधन समिति की महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से संचालित दोना पत्तल निर्माण केन्द्रों का जायजा लेकर कलेक्टर सुनील जैन ने उनके कार्यो को सराहा.
![Collector Sunil Kumar Jain inspected](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08:58:15:1593617295_cg-blb-02-nirikshn-im-cg10029_01072020205550_0107f_1593617150_1046.jpg)
बनाए गए थे 10 हजार मास्क
कलेक्टर ने संयुक्त वन प्रबंधन समिति नवागांव के महिला स्व सहायता समूहों की ओर से संचालित दोना-पत्तल निर्माण केंद्र के महिलाओं से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया. स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने कलेक्टर को बताया कि लॉकडाउन के दौरान हमारे समिति ने लगभग 10 हजार मास्क का निर्माण कार्य किया था. जिससे करीब 1 लाख रुपए का अतिरिक्त आमदनी महिला स्व सहायता को मिला.
26 लाख रुपए की सहायता
कलेक्टर ने पलारी विकासखण्ड के धमनी ग्राम में संयुक्त वन प्रबंधन समिति के सदस्यों की ओर से संचालित वन विभाग का मॉडल गौशाला का अवलोकन किया. 13 गौपालकों को संयुक्त वन प्रबंधन समिति धमनी की संचालित रिवॉल्विंग फंड अनुदान राशि से 26 लाख रुपए की सहायता गौपालकों को दी. जिसमें प्रत्येक गौपालक को 2-2 लाख रुपए की राशि दूधारू गाय खरीदने के लिए मंजूर की गई थी. वर्तमान में गौशाला में उन्नत नस्ल की 47 गाय हैं. जो प्रतिदिन लगभग 300 लीटर दुध का उत्पादन कर रहें हैं, जिसे देवभोग और स्थानीय मार्केट में बेचा जाता है.
पशु आहार निर्माण संयत्र को देखकर जाहिर की खुशी
वहीं अतिरिक्त दूध से खोवा और पनीर का भी निर्माण किया जा रहा है. निश्चित ही इनसे एक अतिरिक्त आय का सृजन गौपालकों को हो रहा है. कलेक्टर ने वन प्रबंधन समिति से संचालित पशु आहार निर्माण संयत्र को भी देखकर खुशी जाहिर की. उन्होंने जिला पंचायत को एनआरएलएम के तहत जरूरी सहयोग प्रदान करने के निर्देश भी दिए है.
पर्यटन स्थल रूप में किया जा सकता है विकसित
कलेक्टर सुनील जैन ने कसडोल विकासखंड के अंतर्गत राम वन गमन पथ मार्ग पर स्थित पुरातात्विक केंद्र नारायणपुर में निर्माणधीन महानदी तटबंध का भ्रमण और मंदिर का दर्शन करके जगह की तारीफ की. उन्होंने कहा कि इसे एक पर्यटन स्थल रूप में विकसित किया जा सकता है.
मुख्य सचिव ने भी किया था क्षेत्र का दौरा
गौरतलब हैं कि बीतें कुछ महीनें पहले राज्य के मुख्य सचिव आर पी मंडल के नेतृत्व में पूरी टीम ने इस जगह का निरीक्षण किया था और राम वन गमन पथ मार्ग के अंतर्गत इसे चिन्हांकित कर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई थी. निरीक्षण के दौरान डीएफओ आलोक तिवारी भी उपस्थित थे.