बलौदाबाजार: जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या पर कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने चिंता जाहिर की है. उन्होंने अपील करते हुए सभी जिलेवासियों से कोरोना टेस्ट कराने का आग्रह किया है. जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोरोना टेस्टिंग अनिवार्य उपाय है. संक्रमित मरीज की पहचान से ना केवल खुद, बल्कि अपने साथ पूरे परिवार और समाज को भी संक्रमित होने से बचाया जा सकता है.
कोरोना टेस्टिंग के लिए कोई भी व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों से संपर्क कर टेस्टिंग करा सकते हैं. यह टेस्टिंग सरकार की ओर से निःशुल्क कराई जा रही है. कलेक्ट सुनील कुमार जैन ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोरोना टेस्टिंग में तेजी लाने के साथ ही रैंडम सैम्पलिंग ज्यादा से ज्यादा कराने के निर्देश दिए हैं.
जिला मुख्य स्वास्थ्य और चिकित्सा अधिकारी डॉ. खेमराज सोनवानी ने बताया कि जिला हॉस्पिटल में कोरोना टेस्ट लैब की स्थापना की गई है. जहां हर दिन रैपिड एंटीजन किट, आरटीपीसीआर के माध्यम से 400 से ज्यादा लोगों की टेस्टिंग की जा रही है. उन्होंने आगे बताया कि वर्तमान में हमारे पास आरटीपीसीआर के माध्यम से 150, ट्रू नेट मशीन में 60 और रैपिड एंटीजन किट से 200 सैंपल की टेस्टिंग प्रतिदिन की जा सकती है.
बच्चे एवं बुजुर्गों का रखें विशेष ख्याल
कलेक्टर ने कहा कि घर में बच्चे और बुजुर्गों को कोरोना संक्रमण से बचाने की जिम्मेदारी हम सब की है. कोरोना बच्चे और बुजुर्गों पर अधिक प्रभाव डालता है. इसलिये बच्चों और बुजुर्गों के साथ गर्भवती महिलाओं का भी घर में विशेष ख्याल रखें. उन्हें अनावश्यक रूप से घर के बाहर ना जाने दें. घर में यदि कोई आवश्यक काम है, तो घर के युवा सदस्य ही घर के बाहर बाजार जाएं. जाते समय मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से पालन करें.