बलौदाबाजार भाटापारा: रविवार को भाटापारा पुलिस ने 24 घंटे के भीतर हथबंद के एटीएम चोरों का पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस ने खुलासा किया है कि एटीएम में कैश लोड करने वाले एजेंसी का कर्मचारी ही चोरी का मास्टरमाइंड है. जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया. चोरी की गई रकम 6 लाख 66 हजार रुपये से ज्यादा भी बरामद कर लिया.
पुलिस की जांच में हुआ खुलासा : पुलिस को घटनास्थल का निरीक्षण और चोरी के तरीके से वारदात में एटीएम कैश लोड एजेंसी के किसी कर्मचारी के हाथ होने का शक हुआ था. सबूत मिटाने एटीएम में लगे कैमरे में तोड़फोड़ भी किया गया था. घटना को तोड़फोड़ का रूप देने के लिए आरोपियों ने एटीएम के पार्ट्स निकाल कर बिखेर दिये थे. ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके.
"एटीएम मशीन का निरीक्षण एवं एटीएम मशीन संबंधित विशेषज्ञों ने जांच की. जिससे यह पता चला कि बिना मशीन को क्षति पहुंचाए एटीएम मशीन से कैश निकालना, बिना एटीएम पासवर्ड एवं चाबी के संभव नहीं. एटीएम में केवल तोड़फोड़ कर सारा पैसा निकालना किसी भी स्थिति में संभव नहीं है. जिससे एटीएम चोरी में कैश लोड करने वाले एजेंसी के कर्मचारियों की मिलीभगत का पता चला." - दीपक कुमार झा, SSP, बलौदाबाजार
एजेंसी का कर्मचारी ही निकला मास्टरमाइंड: पुलिस ने खुलासा किया है कि एटीएम में कैश लोड करने वाले एजेंसी का कर्मचारी ने ही चोरी की पूरा साजिश रची थी. समृद्धि इंटरप्राइजेज फर्म के जरिये इंडिया वन प्राइवेट लिमिटेड के एटीएम में कैश लोड का काम किया जाता है. एटीएम में कैश लोड करने वाले एजेंसी के कर्मचारियों से पुलिस ने पूछताछ किया. इस एटीएम का पासवर्ड और चाबी युवराज चंद्राकर के पास थी. युवराज चंद्राकर काफी समय पहले से ही एटीएम का पैसा चुराने की योजना बना रहा था. 7 जुलाई को हथबंद स्थित निजी बैंके के एटीएम में कैश लोड किया गया. कैश लोड करने का काम युवराज चंद्राकर और फर्म का एक अन्य कर्मचारी ऋषभ ने किया.
प्लानिंग के तहत की एटीएम से चोरी: आरोपी युवराज चंद्राकर ने अपने साथी शुभम यादव को पहले से ही एटीएम को ऑपरेट करके पैसा निकालने के बारे में बता दिया गया था. युवराज ने अपने साथी को एटीएम के अंदर, बाहर, सिक्योरिटी प्रोग्राम और महत्वपूर्ण लॉक सिस्टम का जानकारी भी दे दी थी. योजना के अनुसार युवराज ने एटीएम का पासवर्ड और चाबी शुभम यादव को दी. शुभम यादव और तीसरा रोपी शुभम महावर मुख्य आरोपी 8 जुलाई की रात ग्राम हथबंद आए. पासवर्ड और चाबी का इस्तेमाल कर एटीएम में रखा सारा कैश आरोपियों ने चोरी कर लिया. लूट और चोरी दिखाने एटीएम में तोड़फोड़ की.
चोरी के तीनों आरोपी गिरफ्तार: मामले के तीनों आरोपियों में से युवराज चंद्राकर वर्तमान में एटीएम कैश लोड एजेंसी में काम कर रहा है. दूसरा आरोपी शुभम महावर एटीएम में कैश लोड एजेंसी के लिए पहले काम करता था. तीनों आरोपियों ने एटीएम से पैसा चोरी करना स्वीकार किया है. आरोपियों से कैश 6,66,800 रुपये बरामद किया गया है. साथ ही आरोपियों से वारदात में इस्तेमाल एक बाइक भी बरामद की है. आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है.