बलौदाबाजार: जिला कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देश पर जिला के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत हितग्राहियों तक रेडी टू ईट पोषण आहार पहुंचाना सुनिश्चित किया जा रहा है. लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं सुबह से ही हितग्राहियों के घर-घर जा कर रेडी टू ईट पोषण आहार पहुंचाने का काम कर रही हैं. साथ ही हितग्राहियों के घरों में कोरोना वायरस से बचाव और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन और हाथों को साबुन से बार-बार धोने के लिए भी जागरूक कर रही हैं.
![Anganwadi workers distributing ready-to-eat nutritional food from door to door in Balodabazar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-blb-03-ready-too-it-rtu-cg10029_01042020201222_0104f_1585752142_500.jpg)
बच्चों के पालकों ने की खुशी जाहिर
बता दें कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर 3 साल से 6 साल के बच्चों को गर्म भोजन की जगह 750 ग्राम का रेडी टू ईट पोषण आहार का पैकेट देने को कहा गया है. इस विषम परिस्थिति में घर में ही रेडी टू ईट पोषण आहार का पैकेट मिलने से बच्चों के पालकों ने खुशी जाहिर की है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं घर-घर जाकर बांट रहीं पोषण आहार
जिले के अंतिम छोर में स्थित मेटकुला ग्राम पंचायत के कुरकुटी बया गांव में रहने वाली कांग्रेसनी मजदूरी का काम करती है. उसने बताया कि उसका एक बेटा और एक बेटी है, दोनों ही बच्चे आंगनबाड़ी जाते हैं. उसने बताया कि जब आंगनबाड़ी बंद हुआ, तो वो बहुत परेशान थी, लेकिन अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उनके घर में ही आकर रेडी टू ईट पोषण आहार देकर जाती हैं.
बच्चें की मां ने दिया सरकार को धन्यवाद
मेटकुला गांव के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता समरीन साहू ने बताया कि उनके आंगनबाड़ी में 3 से 6 साल के 36 बच्चे पंजीकृत हैं, जिसमें सभी को रेडी टू ईट पोषण आहार का वितरण किया जा चुका है. वहीं बया ग्राम पंचायत की रहने वाली दिव्याशनी भोई ने बताया कि वे किसानी का काम करती हैं. जब से काम बंद हुआ हैं, तब से वे बहुत परेशान थीं. उन्होंने बताया कि उनका एक 4 साल का बेटा है, जो रोज आंगनबाड़ी जाता था, लेकिन जब से बंद हुआ है तब से नहीं जाता है, घर में ही रहता है. पहले वह बहुत कमजोर और कुपोषित था, लेकिन रोज-रोज आंगनबाड़ी जाने और वहां गर्म खाना खाने से उनका बेटा अच्छा हो गया है, लेकिन लॉकडाउन के कारण अब फिर से उसके कुपोषित होने की चिंता सता रही थी, लेकिन अब घर में ही रेडी टू ईट पोषण आहार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पहुंचाकर दे रही हैं. इसके लिए दिव्याशनी ने सरकार को धन्यवाद दिया है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शीतल ठाकुर ने दी जानकारी
बया ग्राम पंचायत की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शीतल ठाकुर ने बताया कि उनके आंगनबाड़ी में 3 से 6 साल के कुल 47 बच्चों का पंजीयन हैं, जिसमें से 44 बच्चों के घर पर रेडी टू ईट पोषण आहार पहुंचाया गया है. रेडी टू ईट पोषण आहार वितरण के बारे में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी संजुला शर्मा ने बताया कि जिले में 3 से 6 साल के कुल 50 हजार 230 बच्चे पंजीकृत हैं, जिसमें से पिछले हफ्ते 47 हजार 311 बच्चों को रेडी टू ईट पोषण आहार का वितरण किया गया है.