बिलाईगढ़: जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम दुरुग के सरपंच एवं सचिव पर बिना विकास कार्य किए ही सरकारी खजाने से लाखों की राशि निकालने का मामला सामने आया है.
सरपंच ने लगाया फर्जी बिल
फर्जीवाड़ा का खुलासा तब हुआ, जब दुरुग निवासी मोहन महिलांग ने जनपद पंचायत बिलाईगढ़ से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी. आरटीआई से तहत मिली जानकारी के मुताबिक जो बिल लगाया गया था, ओ फर्जी था.
निरीक्षण के दौरान मिली गड़बड़ी
सरपंच पति धनाराम महिलांग के दुकान के नाम से भी बिल लगाया गया है. जबकि धनाराम महिलांग नाम से कोई दुकान ही संचालित नहीं है. जब इसकी शिकायत कलेक्टर से की गई, तो उन्होंने जांच अफसरों की एक टीम को गांव में जांच के लिए भेजा. निरीक्षण के दौरान जांच टीम को शौचालय निर्माण में गड़बड़ी दिखी, जिसपर उन्होंने दोनों पक्षों का बयान दर्ज किया.
जांच अधिकारी ने नहीं दिया जवाब
आपको बता दें कि 'ग्राम पंचायत में 7 अक्टूबर 2017 को शौचालय निर्माण पूरे होने की सरपंच और सचिव की ओर से लिखित जानकारी दी गई थी. निरीक्षण के बाद जब ईटीवी भारत की टीम ने जांच अधिकारी से जानकारी मांगी तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
कई शौचालय पाए गए अधूरे
मामले का निरीक्षण ग्रामीणों के सामने हुआ जिसमें कई शौचालय अधूरे पाए गए. इसके साथ ही बिल में जो काम दिखाया गया, उसमें से भी कुछ काम पूरा नहीं हुआ था.
'अफसरों ने नहीं की कार्रवाई'
शिकायतकर्ता का कहना है कि 'जांच टीम ने विकासकार्य का निरीक्षण तो किया लेकिन गड़बड़ी पाए जाने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की, जिसकी वजह से वो जांच को लेकर संतुष्ट नहीं हैं'.