बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ सरकार इस साल बलौदाबाजार जिले में 1180 करोड़ रूपए की रिकार्ड 6 लाख 50 हजार मिट्रिक टन धान की खरीदी की गई है. पिछले साल 6 लाख 36 हजार मिट्रिक टन की तुलना में इस साल 14 हजार मिट्रिक टन ज्यादा धान की खरीदी की गई है. पिछले साल जहां 1 लाख 29 हजार किसानों ने धान बेचा था, वहीं इस साल जिले में 1 लाख 50 हजार किसानों ने धान बेचा है, जिससे जिले में इस बार 21 हजार से ज्यादा किसानों ने धान खरीदी योजना का लाभ उठाया है.
जिला सहकारी बैंक की 16 शाखाओं के अंतर्गत 86 सहकारी समितियों के जरिये धान की खरीदी की गई. किसानों की सुविधा के लिए इन 86 समितियों के अंतर्गत 151 धान खरीदी केन्द्र बनाए गए थे. सरकार के निर्देशानुसार 1 दिसंबर 2019 से धान खरीदी की शुरूआत हुई, जो कि 20 फरवरी तक चली. पहले 15 फरवरी तक धान खरीदी की सीमा निर्धारित की गई थी, लेकिन बेमौसम बारिश की वजह से आई कुछ दिक्कतों के कारण इसे पांच दिन और बढ़ाकर 20 फरवरी की गई थी.
133 कोचियों के खिलाफ कार्रवाई
जिला कलेक्टर कार्तिकेय गोयल और एसपी नीथू कमल के नेतृत्व में सफलता पूर्वक धान खरीदी का महत्वपूर्ण अभियान कामयाब हुआ. कोचिया किस्म के लोगों और धान के अवैध व्यापारियों पर भी कठोर कार्रवाई की गई. संपूर्ण धान खरीदी की अवधि में 133 कोचियों के खिलाफ कार्रवाई कर 15 हजार 541 क्विंटल धान जब्त किया गया. साथ ही अवैध कारोबार में लगी 12 गाडियां भी जब्त की गईं.
82 हजार 79 मिट्रिक टन धान की खरीदी
जानकारी के मुताबिक जिले में सबसे ज्यादा 82 हजार 79 मिट्रिक टन धान की खरीदी कसडोल सहकारी बैंक के अंतर्गत आने वाली सहकारी समितियों से की गई है. वहीं सबसे कम 20 हजार 761 मिट्रिक टन संग्रहण कोसमंदी सहकारी बैंक की समितियों के अंतर्गत किया गया है. किसानों ने खरीदी केन्द्रों पर लाए गए समस्त धान की तौलाई और डाटा एन्ट्री का कार्य पूर्ण कर लिया गया है.
धान खरीदी केंद्रों पर चाक-चैबंद व्यवस्था
बता दें कि सरकार की धान खरीदी योजना का लाभ किसानों को मिले, इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने चाक-चैबंद व्यवस्था किया था. वहीं सहकारिता मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, प्रभारी सचिव अविनाश चम्पावत, पंजीयक सहकारिता धनंजय देवांगन और संभागीय आयुक्त जीआर चुरेन्द्र ने भी अनेकों बार इन समितियों का दौरा कर खरीदी व्यवस्था का अवलोकन किया.