बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में लगातार हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं. कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. प्रशासन राहत कार्य में लगा हुआ है. नगर सेना, सुरक्षा बल, पुलिस विभाग, SDRF की टीम इन इलाकों में मदद पहुंचा रहे हैं. भाटापारा तहसील का कुम्हारखान गांव टापू में तब्दील हो गया है. शिवनाथ नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ की स्थिति बन गई है. यहां के ग्रामीण बाढ़ में फंस गए थे. यहां नगर सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, 6 घंटे के इस अभियान में 498 ग्रामीणों को सुरक्षित निकाल लिया गया.
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बता दें नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण गांव का संपर्क मुख्यालय से टूट गया था. साथ ही लगातार नदी का बहाव तेज हो रहा था. ऐसे में प्रशासन गांव के लोगों को वहां से निकलने के लिए कह रहा था. लेकिन ग्रामीण गांव छोड़ने को तैयार नहीं थे. खतरे को देखते हुए भाटापारा के SDM महेश राजपूत ने गांव वालों से बात की जिसके बाद सभी वहां से निकलने के लिए राजी हुए.
नगर सेना कमांडेंट नागेंद्र कुमार सिंह की अगुवाई में चले इस रेस्क्यू में 498 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पहुंचाया गया. इसमें बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाएं भी शामिल थी. सभी को कोटमी गांव के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन में ठहराया गया है. इसे अस्थायी राहत शिविर के रूप में तैयार किया गया है. सभी ग्रामीणों को जनपद पंचायत की ओर से उनके भोजन और अन्य राहत सामग्रियों का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है. इस दौरान भाटापारा तहसीलदार प्रवीण तिवारी और जनपद पंचायत सीईओ चंद्र प्रकाश पात्रे लगातार उनकी व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं.