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बलौदा बाजार: सैकड़ों किलोमीटर दूर से घर पहुंचे मजदूर, लेकिन 'अपनों' में डर

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Published : May 8, 2020, 6:59 PM IST

Updated : May 9, 2020, 12:04 PM IST

भाटापारा के रोहरा गांव में हैदराबाद के सिंकदाबाद से तकरीबन 20 मजदूर पहुंचे हुए हैं, जिन्हें रोहरा हाई स्कूल में क्वॉरेंटाइन किया गया है. मजदूरों के आने से गांववालों में डर है.

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20 मजदूर क्वॉरेंटाइन

बलौदा बाजार: भाटापारा के रोहरा गांव में कोरोना वायरस को फैलने की डर से सहमे हुए हैं. गांव में लगातार मजदूरों की घर वापसी से खौफ का माहौल है. रोहरा गांव में तकरीबन 20 की संख्या में मजदूर पहुंचे हुए हैं, जिससे ग्रामीणों में कोरोना का भय बना हुआ है. गांववालों का कहना है कि मजदूरों के आने से कोरोना के संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ गया है.

हैदराबाद से रोहरा गांव पहुंचे मजदूर

प्रवासी मजदूर: पैदल चलना नियति बन गई हो जिनकी

ग्रामीणों ने बताया कि रोहरा गांव से बाहर काम करने वाले लोग सैकड़ों की संख्या में है. इनका गांव पहुंचने से ग्रामवासियों के लिए खतरे की घंटी बनी हुई है. रोहरा में पहुंचे मजदूरों में पुरुष, महिला, बच्चे हैं. वहीं एक गर्भवती महिला भी है, जिन्होंने बताया कि वह हैदराबाद के सिंकदाबाद में काम करती थी, जो 2 दिन पहले रोहरा के लिए निकले थे. गाड़ियों के माध्यम से वह लोग गांव पहुंचे. जहां उनको रोहरा हाई स्कूल में क्वारेंटाइन किया गया है.

जांजगीर-चांपा: किसी को मिली मदद, तो कोई पैदल ही जा रहा घर

कोरोना फैलने का बना है डर

वहीं शुक्रवार को संरपच-उपसंरपच के माध्यम से रोहरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को इसकी जानकारी दी गई, जिसके बाद स्वास्थय केंद्र के कोरोना वारियर्स ने हाई स्कूल पहुंचकर रैपिड एंटी बाॅडी टेस्ट किट से सभी मजदूरों की जांच की, लेकिन ग्रामीणों की माने तो रोहरा गांव में मजदूरों के लगातार पहुंचने से डर का माहौल बना हुआ है.

बलौदा बाजार: भाटापारा के रोहरा गांव में कोरोना वायरस को फैलने की डर से सहमे हुए हैं. गांव में लगातार मजदूरों की घर वापसी से खौफ का माहौल है. रोहरा गांव में तकरीबन 20 की संख्या में मजदूर पहुंचे हुए हैं, जिससे ग्रामीणों में कोरोना का भय बना हुआ है. गांववालों का कहना है कि मजदूरों के आने से कोरोना के संक्रमण के फैलने का खतरा बढ़ गया है.

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ग्रामीणों ने बताया कि रोहरा गांव से बाहर काम करने वाले लोग सैकड़ों की संख्या में है. इनका गांव पहुंचने से ग्रामवासियों के लिए खतरे की घंटी बनी हुई है. रोहरा में पहुंचे मजदूरों में पुरुष, महिला, बच्चे हैं. वहीं एक गर्भवती महिला भी है, जिन्होंने बताया कि वह हैदराबाद के सिंकदाबाद में काम करती थी, जो 2 दिन पहले रोहरा के लिए निकले थे. गाड़ियों के माध्यम से वह लोग गांव पहुंचे. जहां उनको रोहरा हाई स्कूल में क्वारेंटाइन किया गया है.

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वहीं शुक्रवार को संरपच-उपसंरपच के माध्यम से रोहरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को इसकी जानकारी दी गई, जिसके बाद स्वास्थय केंद्र के कोरोना वारियर्स ने हाई स्कूल पहुंचकर रैपिड एंटी बाॅडी टेस्ट किट से सभी मजदूरों की जांच की, लेकिन ग्रामीणों की माने तो रोहरा गांव में मजदूरों के लगातार पहुंचने से डर का माहौल बना हुआ है.

Last Updated : May 9, 2020, 12:04 PM IST
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