बालोदः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद द्वारा अपनी किताब में हिंदू धर्म की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे आतंकी संगठनों से की गई है. जिसका पूरे देश भर में विरोध देखने को मिल रहा है. विभिन्न हिंदू संगठनों द्वारा इसका जमकर विरोध किया जा रहा है. वहीं, बालोद में भी युवा मोर्चा द्वारा अनोखा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला.
पहले सलमान खुर्शीद का पुतला बनाकर प्रतीकात्मक फांसी (symbolic hanging) की विधिवत सजा सुनाई गई और उसे सरेराह फांसी पर चढ़ा दिया गया. युवा मोर्चा के कार्यकर्ता यहीं पर नहीं रुके. बल्कि उस पुतले को पुनः फांसी से उतार कर आग के हवाले कर दिया. इस दौरान आग की लपटों के बीच कार्यकर्ता और पुलिस के बीच हाथापाई भी हुई.
खुर्शीद पर आईएसआई होने का आरोप
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के हिन्दूत्व वाले बयान पर बीजेपी ने निशाना साधा है और सलमान खुर्शीद को आईएसआई के अंडरकवर एजेंट (Undercover agent of ISI) बताया है. बिहार बीजेपी के ग्रामीण मंडल अध्यक्ष (Bihar BJP Rural Mandal President) प्रेम साहू ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के मन में देश के बहुसंख्यक समाज के प्रति कितना जहर भरा है. सलमान खुर्शीद की किताब इसका जीवंत उदाहरण है.
संजय जायसवाल ने कहा कि धर्म के नाम पर देश बंटने के बाद भी भारत के हिंदुओं ने धर्मनिरपेक्षता का झंडा बुलंद किए रखा. इसकी वजह से ही कांग्रेस और सलमान खुर्शीद ने इतने दिनों तक सत्ता सुख भोगा. युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष संजय साहू एवं एकांत पवार ने कहा जिस तरह सलमान खु्र्शीद ने हिन्दुओं की तुलना लाखों लोगों की हत्या करने वाले बोको हराम और ISIS जैसे दुर्दांत आतंकी संगठनों से की है. यह मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति या देश की छवि बिगाड़ने की चाह रखने वाला ISI एजेंट ही कर सकता है. जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस को स्पष्ट करनी चाहिए कि खुर्शीद मानसिक रूप से विक्षिप्त है या आएसआई के एजेंट है.
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सदैव सहिष्णु रहा है हिंदुत्व
जिला पंचायत सदस्य कीर्तिका साहू एवं नेत्री खिलेश्वरी साहू ने कहा कि हिंदुत्व सदैव सहिष्णु रहा है. इसका प्रमाण यह है कि सलमान खुर्शीद जैसा लोग भारत में जहां हिन्दू बहुंख्यक हैं. वहां इस तरह का बयान दे रहे हैं. अगर हिंदुत्व वाकई में आईएसआई और बोको हराम जैसा होता तो सलमान खुर्शीद ऐसा लिखना तो दूर, ऐसा सोचने तक की हिम्मत नहीं कर पाते. हिंदुत्व के खिलाफ इतनी घटिया और अपमानजनक बात कहने में वह इसीलिए सक्षम हैं, क्योंकि हिंदुत्व सहिष्णु है. वरना सलमान खुर्शीद किसी इस्लामिक बहुसंख्यक देश में बहुसंख्यकों के धर्म के खिलाफ लिखने की कल्पना भी नहीं कर सकता है.