बालोद: बालोद में जंगली सुअरों का आतंक देखने को मिल रहा (Terror of wild boars in Balod ) है. जिले के लोहारा ब्लॉक मुख्यालय के लगभग आधा दर्जन गांवों में शुक्रवार सुबह से जंगली सूअरों ने लगभग दर्जनभर ग्रामीणों को बुरी तरह घायल कर दिया है. जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में सभी घायलों को इलाज के लिए डौंडीलोहारा, दल्ली राजहरा व राजनांदगांव के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. फिलहाल घायलों का इलाज जारी है. मामले में डौंडीलोहारा अस्पताल में इलाज करा रहे ग्रामीणों का कहना है कि घटना में 3 लोगों को गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें राजनांदगांव व दल्ली राजहरा के बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया है. जबकि अन्य घायलों का इलाज डौंडीलोहारा में चल रहा है.
इन ग्रामों के ग्रामीण हुए घायल : ग्राम जाटादाहा निवासी जंगलू राम हलबा ने बताया कि सुबह 8 बजे जंगली सूअर आया, उसने अचानक हमला कर दिया. जिससे उनकी बांह, जांघ और पैर में चोट आई है. ग्राम गुरामी निवासी पलटीन बाई तोयर ने बताया कि वह घर के कोठे में काम कर रही थी, तभी जंगली सूअर ने अचानक हमला किया, जिससे उनके बाह व पैर में चोट आई है. ग्राम भिन्दो निवासी पवारा बाई सोरी व नीराबाई ने बताया कि ने तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए गई हुई थी, तभी उन पर जंगली सूअर ने पंजा मार कर हमला किया. इससे उनके पैर में चोट आई है. उनकी छाती में भी दर्द है.
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तेंदूपत्ता तोड़ने के दौरान हुआ हादसा : ग्राम सिवनी निवासी प्यारे लाल गौड़ ने बताया कि तेंदूपत्ता तोड़ने के दौरान उन पर हमला हुआ, जिससे उनके पैर और चेहरे पर चोट आई है. इसके अलावा भालूकोना गांव के ग्रामीण भी हमले में घायल हुए हैं. ग्राम पिंगाल की कुंती बाई को अधिक चोट आने से उन्हें राजनांदगांव रेफर किया गया है. ग्राम बघवार के ग्रामीण को चोट आने पर उन्हें दल्ली राजहरा रेफर किया गया है.