बालोद : स्टेट वेयर हाउस में चौकीदार के चोरी करने की खबर के बाद पूरे गांव में खलबली मच गई. कई लोग चावल गोदाम पहुंचे तो फिर सारा मामला पानी की तरह साफ हो गया. स्टेट वेयरहाउस के प्रबंधन ने इसकी सूचना बालोद थाने में दी जिसके बाद एक व्यक्ति प्रकाश धनकर को गिरफ्तार किया गया लेकिन बाद में वहां के प्रबंधक ने शिकायत वापस ले ली.
नौकरी से चौकीदार को हटाया : छत्तीसगढ़ स्टेट वेयरहाउस कॉरपोरेशन के प्रबंधक हेमंत सिलेदार से जब इस पूरे विषय में जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि ''हम किसी तरह की शिकायत करना नहीं चाहते '' वहीं एक तरफ पुलिस प्रशासन उन्हें शिकायत करने के लिए कहती रही लेकिन उन्होंने कहा कि हम कोई कार्यवाही नहीं चाहते. पहले प्रबंधक हल्की-फुल्की कार्रवाई की बात कर रहे थे. लेकिन जब पुलिस के अधिकारी ने विधिवत कार्रवाई करने की बात की तो उन्होंने गार्ड को नौकरी से निकालने का हवाला देते हुए शिकायत वापस ले ली.
कितने की हो रही थी चोरी : जब हम ग्राम जगतरा स्थित स्टेट वेयरहाउस कॉरपोरेशन के शासकीय गोदाम में निरीक्षण करने पहुंचे तो पता चला कि लगभग 46 कट्ठा चावल गोदाम से निकाल लिया गया था. 6 कट्ठा चावल गाड़ी में भर चुके थे और 40 कट्ठा चावल भरने के लिए प्लेटफॉर्म में रखा गया था.लेकिन पुलिस ने केवल 6 कट्ठा चावल को ही जब्ती बनाया है. 40 कट्ठा चावल अभी भी गोदाम के प्लेटफॉर्म में रखा हुआ है.
पुलिस के हाथ बंधे : थाना प्रभारी नवीन बोरकर से जब इस बारे में जानकारी ली गई तो पता चला कि शिकायत प्राप्त हुई थी. एक आरोपी को लाया भी गया था और अब वहां के प्रबंधक स्वयं ही शिकायत को वापस ले रहे हैं इसलिए हम किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. वहीं यहां पर स्टेट वेयरहाउस कॉरपोरेशन के प्रबंधक एवं अन्य अधिकारी अपने उच्चाधिकारियों से लगातार फोन पर चर्चा कर रहे उसके बाद उन्होंने शिकायत वापस ले लिया.''
ये भी पढ़ें- बालोद के मासूमों का अंतिम संस्कार, फफक पड़ा पूरा गांव
अधिकारियों की कार्यशैली पर उठे सवाल : आपको बता दें कि एक प्रमुख शासकीय संस्थान हैं. इस गांव में स्टेट एवं सेंट्रल के महत्वपूर्ण गोदाम स्थित हैं यदि इस तरह के मामलों को यहां के अधिकारी दबाने में लगे गए तो आगे इस तरह के चोरों का हौंसला बुलंद होगा आखिर अधिकारियों के इस रवैया को लेकर गांव में भी असंतोष का माहौल है वहीं पूरे जिले में जमकर चर्चा बनी हुई है कि आखिर अधिकारी ऐसा क्यों कर रहे हैं. किस बात की उन्हें चिंता है. आपको बता दें कि इन शासकीय संस्थानों में सीसीटीवी कैमरे त्यागी लगाने का भी प्रावधान है. वहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं या नहीं और लगे हैं तो चालू स्थिति में है या नहीं रात में ड्यूटी की क्या व्यवस्था है. सुरक्षा की क्या जिम्मेदारी है यह सभी बातों को लेकर भी बड़े सवाल उठ रहे हैं.''