बालोद: छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ ने नियमितीकरण की मांग को लेकर रथ यात्रा निकाली है. यह रथ प्रदेश के 33 जिलों से होकर गुजरेगी. इस यात्रा की शुरुआत जांजगीर जिले के शिवरीनारायण से 15 मई को हुई थी. गुरुवार को यह नियमितीकरण रथ बालोद पहुंची, तो नियमितीकरण की मांग को और हवा मिली. सैंकड़ों की संख्या में बालोद नया बस स्टैंड में अनियमित कर्मचारी शामिल हुए. जिन्होंने जमकर नारेबाजी की और सरकार से मांग पूरी करने की अपील की.
नियमितीकरण की मांग: संविदा कर्मचारी ओपी साहू ने कहा कि "संविदा हमें कहते हैं, पर असल में संविदा तो वो सरकारें हैं जो 5 साल के लिए आती हैं. उन्हें नियमित सरकार में रहना है तो हमारा नियमितीकरण करना होगा. अनियमित कर्मचारियों ने शहर में रथ के साथ रैली निकाली और मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा."
कहा था, अगला वर्ष कर्मचारियों का: माहसंघ के बालोद के सचिव रितेश गंगबेर ने बताया कि "वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जन घोषणा पत्र बनाकर हम सभी संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण का वादा किया था. इसके बाद चुनाव में भारी बहुमत से जीतकर कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में सरकार बनाई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 14 फरवरी 2019 को कर्मचारियों के मंच पर आकर यह घोषणा की थी कि यह वर्ष किसानों का है, अगला वर्ष आप कर्मचारियों का होगा. लेकिन आज तक इस बात पर कभी अमल नहीं किया गया. सरकारें सब के लिए कर रही है. तो हमने क्या किया है. अगर कोइ फैसला नहीं लिया गया, तो हम अनिश्चित कालीन हड़ताल करने पर उतारू हो जायेंगे."
कर्मचारियों को मिल रहा समर्थन: बालोद जिले के प्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर अनियमित कर्मचारियों का समर्थन देने उनके मंच पर पहुंचे. इस दौरान प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कहा कि "पूरे छत्तीसगढ़ में जब घोषणा पत्र बनाने की बात आई तब टीएम सिंह देव बालोद आए थे. उसे समय मैं जिला पंचायत अध्यक्ष था, मैंने देखा है कि एक नियमित कर्मचारियों के बराबर और उससे ज्यादा आप सब काम करते हैं. आपने कभी खुद से नियमित कारण नहीं मांगा था. यह सरकार का वादा था. सभी से राय लेकर घोषणा पत्र बनाया गया था और आपके ही बदौलत सरकार सत्ता संचालित है. सरकार को तो आप सभी की मांगों को पूरा करना चाहिए. अब सरकार आपके हाथ में है. आने वाला समय चुनाव की तारीखों का है. आपको भी अपने होने का एहसास सरकार को दिलाना है."
संविदा कर्मचारी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदेशभर में कर्मचारी महासंघ ने रथ यात्रा निकाली है. संघ की मांग है कि सरकार ने नियमितीकरण की मांग की थी, तो इसे पूरा करना चाहिए.