बालोद : जिले में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. नाबालिग लड़की को दो से तीन महीने पहले एक अंजान नंबर से मिसकॉल आया. बाद में दोनों के बीच बातचीत होने लगी और धीरे-धीरे ये बातचीत प्यार में बदल गई. आरोपी ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. पीड़िता की मां की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल, पूरा मामला बालोद जिले के डौंडी थाना क्षेत्र का है. मिसकॉल करने वाले युवक अजय वासनीकर (21वर्ष) और पीड़िता के बीच बातचीत शुरू हो गई. फिर दोनों में प्यार हो गया और दोनों ने एक-दूसरे से मिलना जुलना शुरू कर दिया. आरोपी नाबालिग लड़की से छिप-छिप कर गांव के समीप जंगल में मिलने लगे. एक दिन सुबह गांव के लोगों ने दोनों को संदिग्ध परिस्थितियों में देखा, गांव के लोगों ने इसकी जानकारी पीड़िता की मां को दी. मां के पूछे जाने पर नाबालिग ने अपने साथ घटी पूरी घटना की जानकारी दी.
पीड़िता और उसके परिजन के बयान पर पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
छत्तीसगढ़ में रेप की वारदात
- जांजगीर चांपा: किडनैप कर नाबालिग से 6 महीने तक रेप, आरोपी गिरफ्तार
- बिलासपुर में नशीली दवा पिलाकर मामा ने भांजी के साथ किया दुष्कर्म.
- रायपुर में दुष्कर्म के बाद 4 साल की बच्ची की हत्या.
- रायपुर में मौलाना ने किया 6 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म.
- बलौदाबाजार में 2 नाबालिग बहनों के साथ दुष्कर्म.
- जशपुर में 5 साल की मासूम बच्ची से रेप के बाद हत्या.
सखी वन सेंटर भी लेता है मामले में संज्ञान
बाल यौन शोषण के मामले में महिला बाल विकास विभाग भी संज्ञान लेता है. सखी वन स्टॉप सेंटर में शोषण के शिकार हुए बच्चों को रखा जाता है. सखी सेंटर ऐसे मामलों में पीड़ित बच्चों और परिजनों की काउंसलिंग भी करते हैं. साथ ही समय-समय पर उन्हें कानूनी जानकारियां भी दी जाती है. रायपुर जिले के सखी वन स्टॉप सेंटर में पिछले 6 सालों में बाल यौन शोषण से जुड़े कई मामले सामने आए हैं.
- 21 मामले किए गए दर्ज
- 18 मामलों का हुआ निराकरण, 3 पेंडिंग
- 2015-16 में 3 मामले आए सामने
- 2016-17 में 4 मामले आए सामने
- 2017-18 में 6 मामले आए सामने
- 2018-19 में 4 मामले आए सामने
- 2019-20 में 3 मामले आए सामने
- 2020-21 में 1 मामला आया सामने