बलौदा बाजार: प्रदेश में इन दिनों बच्चों के मध्याह्नभोजन (मिड-डे-मील) में अंडा दिए जाने को लेकर बवाल मचा हुआ है. गलियों से लेकर सड़कों तक, सड़कों से निकलकर अब विधानसभा में भी सरकार के खिलाफ खासा विरोध देखने को मिला. इसी कड़ी में मंगलवार को दामाखेड़ा के कबीर पंथ के धर्म गुरु प्रकाशमुनि ने सैकड़ों लोगों के साथ मिलकर रायपुर-बिलासपुर राष्ट्रीय मार्ग पर चक्काजाम किया था.
मिड-डे-मील में अंडे दिए जाने को लेकर प्रकाशमुनि का कहना है कि सरकार जब तक इस फैसले को वापस नहीं लेती तब तक वे विरोध करते रहेंगे. उनका कहना है कि सरकार विद्या के मंदिर में अंडे नहीं परोस सकती है. स्कूल ज्ञान का मंदिर है, लेकिन इस पवित्र मंदिर में मांसाहार परोसा जा रहा है.
सरकार ने योजना को घुमा फिराकर लागू किया
इसी के साथ प्रकाशमुनि ने कहा कि मंगलवार को सीएम भूपेश बघेल के निवास स्थान भिलाई में इस विषय पर चर्चा हुई. जिसमें उन्होंने कहा था कि विधायक दल की बैठक बुलाकर कल तक आदेश जारी किया जाएगा, लेकिन सरकार ने योजना को घुमा फिराकर लागू कर दिया. अब ऐसे में सरकार जब तक हमारी मांग नहीं मानती तब तक हम सड़क पर डटे रहेंगे.
चक्काजाम में फंसी एम्बुलेंस
सरकार के विरोध में सड़क पर उतरे हजारों लोगों की वजह से चक्काजाम हो गया, जिससे एक मरीज को लेकर जा रही एम्बुलेंस को इंतजार करना पड़ा, जिसके बाद कबीर पंथ के अनुयायियों ने एम्बुलेंस को रास्ता दिया.
सरकार का निर्णय सही नहीं
वहीं कबीरपंथियों द्वारा दामाखेड़ा में चक्काजाम कर रहे विरोध प्रदर्शन को भाटापारा के भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने सरकार के निर्णय को गलत बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार का निर्णय सही नहीं है. साथ ही शर्मा ने कहा कि जब तक कबीर पंथ का धरना चलेगा, वे धरने में अपनी सहभागिता देंगे.