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बालोद में 36 दिवंगत शिक्षाकर्मियों के परिवार को 10 साल से नहीं मिली अनुकंपा नियुक्ति - 36 दिवंगत शिक्षाकर्मियों का परिवार

बालोद के 36 दिवंगत शिक्षाकर्मी का परिवार शुक्रवार को डीईओ ऑफिस पहुंचा. हाथोें में पेट्रोल और एसिड लेकर पहुंची महिलाओं ने प्रशासन को आगाह किया कि हम पिछले 10 साल से फरियाद लगा रहे हैं. इसके बावजूद हमारी मांगे नहीं मानी जा रही है. आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला. हमें नौकरी दिजिए या फिर हम मौत के गले लगाएंगे.

Women reached DEO office with petrol and acid in Balod
महिलाएं पेट्रोल और एसिड लेकर पहुंची डीईओ ऑफिस
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Published : Jun 4, 2021, 6:43 PM IST

बालोद: जिले में 36 दिवंगत शिक्षाकर्मियों का परिवार 10 साल से अनुकंपा नियुक्ति के विए भटक रहे हैं. इसके बावजूद आज तक इनकी मांग पूरी नहीं हुई है. शिक्षाकर्मियों का परिवार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिहंदेव (Health Minister TS Singhdeo) से भी नौकरी लगाने की गुहार लगा चुके हैं. बावजूद इसके उनकी मांग पूरी नहीं हुई. इससे नाराज होकर 36 दिवंगत शिक्षाकर्मियों का परिवार शुक्रवार को हाथों में पेट्रोल और एसिड लेकर बालोद जिला शिक्षा अधिकारी (Balod District Education Officer) ऑफिस पहुंचे. महिलाओं ने कहा कि आर्थिक तंगी के कारण बच्चों को पढ़ा भी नहीं पा रहे हैं. या तो हमें नौकरी दिजिए या फिर हम सभी आत्मदाह कर अपनी जीवनलीला खत्म करेंगे.

बालोद में पेट्रोल और एसिड लेकर डीईओ ऑफिस पहुंची महिलाएं

नौकरी मांगने पर कहते कहते हैं- पढ़ाई करो

हाथों में पेट्रोल और एसिड लेकर पहुंची महिलाओं ने बताया कि वे पिछली सरकार में भी रायपुर से लेकर जिला प्रशासन तक की दौड़ लगा चुके हैं. वर्तमान सरकार में भी पंचायत मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक अपनी फरियाद लगा चुके हैं. परंतु किसी ने उनकी बात नहीं सुनीं.वहीं उन्हें बीएड करने सहित अन्य तरह-तरह की सलाह दिए जाते हैं. हमारे पास तो अभी लालन-पालन को पैसे नहीं हैं. आगे की पढ़ाई कैसे करेंगे. हमारे बच्चे भी हैं और उनका भी जीवन हमें देखना पड़ता है. सरकार से अब तक किसी तरह का कोई भी आर्थिक मदद नहीं मिला है.

TET पास शिक्षकों ने जल्द ज्वाइनिंग नहीं दिए जाने पर प्रदर्शन की दी चेतावनी
अधिकारी नहीं देते तवज्जो

पीड़ित परिवारों ने बताया कि यहां के अधिकारी उन्हें किसी तरह की कोई तवज्जो नहीं देते. यहां पर बालोद जिले के सभी अधिकारियों के पास में अपनी समस्या लेकर पहुंच चुके हैं. परंतु यहां के अधिकारी समय नहीं देते. वहां पहुंचे पीड़ित परिवारों ने अपनी व्यथा बताई. महिलाओं ने कहा कि यहां पर हमें पढ़ाई करने के लिए कहते हैं. यहां पर हमारा जीवन यापन करना दूभर हो गया है. हमारे पास आत्महत्या के अलावा अब कोई रास्ता नहीं बचा है.

बालोद: जिले में 36 दिवंगत शिक्षाकर्मियों का परिवार 10 साल से अनुकंपा नियुक्ति के विए भटक रहे हैं. इसके बावजूद आज तक इनकी मांग पूरी नहीं हुई है. शिक्षाकर्मियों का परिवार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिहंदेव (Health Minister TS Singhdeo) से भी नौकरी लगाने की गुहार लगा चुके हैं. बावजूद इसके उनकी मांग पूरी नहीं हुई. इससे नाराज होकर 36 दिवंगत शिक्षाकर्मियों का परिवार शुक्रवार को हाथों में पेट्रोल और एसिड लेकर बालोद जिला शिक्षा अधिकारी (Balod District Education Officer) ऑफिस पहुंचे. महिलाओं ने कहा कि आर्थिक तंगी के कारण बच्चों को पढ़ा भी नहीं पा रहे हैं. या तो हमें नौकरी दिजिए या फिर हम सभी आत्मदाह कर अपनी जीवनलीला खत्म करेंगे.

बालोद में पेट्रोल और एसिड लेकर डीईओ ऑफिस पहुंची महिलाएं

नौकरी मांगने पर कहते कहते हैं- पढ़ाई करो

हाथों में पेट्रोल और एसिड लेकर पहुंची महिलाओं ने बताया कि वे पिछली सरकार में भी रायपुर से लेकर जिला प्रशासन तक की दौड़ लगा चुके हैं. वर्तमान सरकार में भी पंचायत मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक अपनी फरियाद लगा चुके हैं. परंतु किसी ने उनकी बात नहीं सुनीं.वहीं उन्हें बीएड करने सहित अन्य तरह-तरह की सलाह दिए जाते हैं. हमारे पास तो अभी लालन-पालन को पैसे नहीं हैं. आगे की पढ़ाई कैसे करेंगे. हमारे बच्चे भी हैं और उनका भी जीवन हमें देखना पड़ता है. सरकार से अब तक किसी तरह का कोई भी आर्थिक मदद नहीं मिला है.

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अधिकारी नहीं देते तवज्जो

पीड़ित परिवारों ने बताया कि यहां के अधिकारी उन्हें किसी तरह की कोई तवज्जो नहीं देते. यहां पर बालोद जिले के सभी अधिकारियों के पास में अपनी समस्या लेकर पहुंच चुके हैं. परंतु यहां के अधिकारी समय नहीं देते. वहां पहुंचे पीड़ित परिवारों ने अपनी व्यथा बताई. महिलाओं ने कहा कि यहां पर हमें पढ़ाई करने के लिए कहते हैं. यहां पर हमारा जीवन यापन करना दूभर हो गया है. हमारे पास आत्महत्या के अलावा अब कोई रास्ता नहीं बचा है.

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