बालोद: कोरोना वायरस से बढ़ते संक्रमण को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन है. लॉकडाउन के दौरान जिले में कुछ गांव में लोगों ने अपने ग्राम की सीमाओं को बंद कर दिया. छत्तीसगढ़ में खास तौर पर ग्रामीणों ने अपने गांव की सीमाएं बाहरी लोगों के लिए बंद सील कर दी हैं. ऐसे में दृष्टिबाधित चंद्रिका प्रसाद जिस रास्ते से हर रोज गुजरते थे, वहां किसी ने पेड़ों को काट कर डाल दिया था.
दृष्टिबाधित चंद्रिका प्रसाद जूते बनाने का काम करते हैं. लॉक डाउन की वजह से वो भी अपने घर में कैद थे लेकिन कुछ जरूरी सामान लेने निकले. उन्हें वही रास्ता याद था, जिससे हर रोज गुजरा करते थे. मार्ग में गांववालों सीमा सील करने के लिए ने पेड़ों की डाल और कांटे डाल दिए थे. चंद्रिका मुश्किल में थे लेकिन तभी एक बुजुर्ग महिला ने रास्ता पार कराने में उनकी मदद की.
दृष्टिबाधित व्यक्ति चंद्रिका प्रसाद ने बताया कि सरहद बंद है, होना भी चाहिए नहीं तो कोरोना मरीज यहां आ सकते हैं. इसलिए हमारे गांव के लोगों ने इसे बंद किया है. वे कहते हैं कि मुझे इससे कोई परेशानी नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि लेकिन सबकी भलाई के लिए सरहद का बंद होना जरूरी है.