बालोद: बालोद जिला वन मंडल की ओर से जिला मुख्यालय में पर्यावरण पार्क बनाने का काम चल रहा है. इस पार्क में विभिन्न जोन होंगे. जिसमें बायोडाइवर्सिटी पार्क बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. वन मंडल अधिकारी सतोविशा समाजदार ने बताया कि अभी बारिश के कारण काम रुका हुआ है. ऐसे में ठंड का मौसम आने तक काम पूरा करने की बात की जा रही है.
पर्यावरण पार्क बालोद शहर से अंतिम छोर कहे जाने वाले दल्लीराजहरा मुख्य मार्ग के किनारे बनाया जाएगा. साथ ही यह जीवनदायनी तांदुला जलाशय से भी सटा हुआ है. वन विभाग इस पार्क को मनोरम के साथ-साथ रोमांचक रुप देने में जुटा हुआ है.
आदिवासी संस्कृति की दिखेगी झलक
जिला वन मंडल अधिकारी ने इस पर्यावरण पार्क की विशेषताओं के बारे में बताया कि यह एक अनूठा पर्यावरण पार्क होगा. जिसमें मेडिसिन जोन भी होगा. मेडिसिन जोन में औषधीय पौधे लगाए जाएंगे. वहीं खूबसूरत पक्षियों के लिए बर्ड्स जोन की भी स्थापना की जाएगी. इस पर्यावरण पार्क में तितलियों के लिए भी एक विशेष संरक्षित क्षेत्र बनाया जाएगा. इसके साथ ही बांस का भी एक अलग सेक्शन तैयार किया जाएगा. इसके अलावा पार्क में सबसे महत्वपूर्ण जो अंग होगा वह प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी परिवारों की जीवन शैली का चित्रण होगा. जिससे कि बाहर से पर्यटकों को हम छत्तीसगढ़ की संस्कृति और सभ्यता के बारे में बता सकें.
बालोद: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सियासी संग्राम, यूथ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
ठंड तक काम पूरा करने पर जोर
तांदुला जलाशय के किनारे स्थापित होने के कारण इसकी खूबसूरती देखते ही बनेगी. वन मंडल अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से निर्माण कार्य प्रभावित हुआ है. लेकिन ठंड के दिनों तक इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा. चूकि ठंड के समय ही सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं, इसलिए ठंड तक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है.