बालोद: प्रदेश के स्वास्थ्य सेवा संयुक्त संचालक डॉ. सुभाष पांडे ने शहर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ कोविड 19 हॉस्पिटल का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि इस निरीक्षण में कुछ कमियां नजर आई हैं, जिन्हें दो-तीन दिन के अंदर पूरा कर लिया जाएगा. जिसमें सेंट्रल ऑक्सीजन और विशेष वार्ड में 10 बेड का वार्ड विकसित किया जा रहा है.
डॉ. सुभाष पांडे ने बताया कि यहां पर सभी डॉक्टर्स को ट्रेनिंग मिल चुकी है. इसके साथ ही सभी स्टाफ और नर्स दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि जो आवश्यक संसाधनों की जरूरत होती है, जिसमें उपकरण और दवाइयां आदि शामिल हैं. वो सभी यहां उपलब्ध हो चुके हैं और ये अस्पताल आने वाले दो-तीन दिन के अंदर पूरी तरह तैयार हो जाएगा.
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अस्पताल में की गई व्यवस्था
उन्होंने बताया कि जब भी कोविड 19 के मरीज यहां आएंगे उन्हें पूरी सुविधाएं यहां पर मिलेगी. वहीं गंभीर मरीजों के लिए 10 बिस्तर का आईसीयू वार्ड भी बनाया गया है. इसके अलावा जो सामान्य रहेंगे उनके लिए 20 बेड का हॉस्पिटल बनाया गया है. वहींं सामान्य और पॉजिटिव के साथ गंभीर लक्षण नहीं है तो उन्हें सामान्य वार्ड में रखा जाएगा. जिसके लिए 74 बेड की व्यवस्था की गई है इस तरह कुल 100 बेड की व्यवस्था की गई.
पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा हजार के पार
बता दें कि 8 जून सोमवार से पूरे देश में अनलॉक शुरू हो चुका है. वहीं प्रदेश में कोरोना के आंकड़ों में भी इजाफा हुआ है. अब राज्य में कोरोना के संक्रमति मरीजों के आंकड़े हजार के पार पहुंच चुके हैं.
छत्तीसगढ़ सरकार ने मरीजों को डिस्चार्ड करने की पॉलिसी को किया रिवाइज
छत्तीसगढ़ सरकार ने मरीजों को डिस्चार्ज करने की पॉलिसी को रिवाइज किया है. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में अपने रुख को मजबूत करने के लिए तत्पर है. उन्होंने कहा कि ICMR ने चिकित्सा संसाधनों के बेहतर उपयोग के योजना तैयार की है. उन्होंने कहा कि रोगियों को उनके लक्षणों के आधार पर वर्गीकृत किया जाएगा. जिन रोगियों में हल्के लक्षण हैं, उन्हें 10 दिनों तक क्वॉरेंटाइन किया जाएगा और 7 दिनों के होम क्वॉरेंटाइन की सलाह दी जाएगी.