बालोद: कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जहां एक और स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारी जंग लड़ रहे हैं, तो वहीं प्रशासन के अधीनस्थ अधिकारी ही नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं. जिला प्रशासन की ओर से कार्यालयों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है. वहीं जिला मुख्यालय जनपद पंचायत कार्यालय बालोद को यह बोलकर चालू रखा गया है, कि यह ग्रामीण आधारित कार्यालय है. यहां बाहर के लोग प्रवेश नहीं कर रहे हैं. वहीं मास्क ना पहनने पर 200 रुपये जुर्माने का प्रावधान भी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने रखा है. लेकिन जब कार्यालय में जाकर पड़ताल की गई तो यह पता चला कि अधिकारी कर्मचारी तो बिना मास्क के कार्यालय में बैठे हुए हैं और बाहर के लोगों की भीड़ यहां जमा है.
कलेक्ट्रेट कार्यालय का कर्मचारी निकला कोरोना पॉजिटिव, पूरे कार्यालय को किया जा रहा सैनिटाइज
जनपद पंचायत बालोद कार्यालय में कई विभाग के अधिकारी और कर्मचारी बिना मास्क के बैठे हुए नजर आए. वहीं ठेकेदारों सहित अन्य लोगों का जमावड़ा जनपद पंचायत कार्यालय में देखा जा रहा था. मुख्य कार्यपालन अधिकारी पूरे मामले का खंडन कर रहे थे कि यहां पर बाहर का कोई व्यक्ति मौजूद नहीं है. जो बिना मास्क के यहां मौजूद हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. लेकिन जैसे ही मीडिया का कैमरा कर्मचारियों के पास पहुंचा तो जनपद का एक कर्मचारी सबको मास्क पहनने के लिए बोल रहा था.
राजस्व विभाग का एक कर्मचारी पॉजिटिव
बता दें कि 3 दिन पहले ही जिला संयुक्त कार्यालय में राजस्व विभाग का एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. जिसके बाद विभागों के लिए गाइडलाइन भी जारी की गई थी. लेकिन कुछ विभाग ऐसे हैं जो गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं. जिससे कि ऐसे लोग इस संक्रमण को निमंत्रण दे रहे हैं. जिसमें से एक जनपद पंचायत कार्यालय बालोद भी शामिल है.