बालोद: प्रदेश सरकार ने उम्मीदों के साथ सुपोषण योजना के तहत अंडा और चिक्की देने की शुरुआत स्कूलों में की थी लेकिन प्रदेश के बालोद जिले में ये योजना दम तोड़ती नजर आ रही है. सियासत होने के बाद स्कूलों में बच्चों को अलग-अलग बैठाकर अंडा परोसा जा रहा था, लेकिन पिछले 1 माह से जिले में अंडे की सप्लाई नहीं हो रही है और बच्चे सामान्य सब्जियां खा रहे हैं.
जिले में सुपोषण योजना के तहत 64 हजार 910 बच्चों को अंडा दिया जा रहा था.सप्ताह में 1 दिन अंडा मध्यान भोजन के माध्यम से देने की योजना सरकार द्वारा बनाई गई थी. अब अंडों सप्लाई बंद होने से यह बच्चों के आहार में कमी आई है और बच्चे प्रभावित हो रहे हैं. वर्तमान में स्कूलों में दाल,चावल,सब्जी, अचार और पापड़ दिया जा रहा है.
शिक्षा विभाग ने झाड़ा पलड़ा
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मध्यान भोजन में अंडा वितरण कर स्कूली बच्चों को सुपोषण करने की योजना शुरू की थी, लेकिन यह योजना कुछ दिन में दम तोड़ती नजर आ रही है वर्तमान में जिले में अंडे की सप्लाई नहीं हो रही है. वहीं चिक्की भी रुक-रुक कर आ रही है. मामले पर शिक्षा विभाग का कहना है कि जिला संस्थान खनिज न्यास से इसकी सप्लाई हो रही थी और हम केवल एक वितरक थे इसलिए हम इसके मामले में कुछ नहीं बता पाएंगे.